

अगले छह महीने शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में होंगे बाबा के दर्शन

कपाट बंद होने के समय मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे, सीएम ने बाबा से की प्रदेश के कल्याण की कामना
साढ़े सत्रह लाख से अधिक श्रद्धालु श्री केदारनाथ धाम पहुंचे, मुख्य मंत्री ने यात्रा से जुड़े सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया
शीतकाल में श्री केदारनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था रहेगी पुख्ता, गद्दीस्थलों में शीतकालीन पूजाओं को प्रोत्साहित करेंगे: हेमंत द्विवेदी
पहाड़ का सच केदारनाथ/ रुद्रप्रयाग।
विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट गुरुवार भैया दूज 7 गते कार्तिक मास शुक्ल पक्ष, अनुराधा नक्षत्र के पावन अवसर पर सुबह 8.30 बजे सेना के बैंड की भक्ति धुनों तथा जय बाबा केदार के उदघोष के साथ बन्द कर दिए गए हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व मंदिर समिति के पदाधिकारी व हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। .बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली ने सेना के बैंड तथा जयघोष के साथ पहले पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान किया ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पंचमुखी डोली को शीतकालीन गद्दीस्थल के प्रथम पड़ाव हेतु प्रस्थान करवाया। केदारनाथ में सर्द मौसम के बीच इस अवसर पर 10 हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी बने।मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया था तथा श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन भी किया गया था।
कपाट बंद होने की प्रक्रिया से पहले श्रद्धालुओं ने मंदिर में अखंड ज्योति के दर्शन किये। इसके बाद कपाट बंद करने की प्रक्रिया के अंतर्गत ब्रह्ममुहुर्त में केदारनाथ धाम के पुजारी बागेश लिंग तथा आचार्यगणों , श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सहित जिला प्रशासन, तथा तीर्थ पुरोहितों हकहकूकधारियों ने पूर्व द्वार से मंदिर के गर्भगृह परिसर में प्रवेश किया तथा समाधि पूजा में शामिल हुए।
यज्ञ- हवन समाधि पूजा के पश्चात पुजारी बागेश लिंग ने भगवान केदारनाथ के स्वंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया, स्थानीय पुष्पों कुमजा, बुकला, राख सहित ब्रह्म कमल,शुष्क फूल पत्तों से ढ़क दिया गया जय बाबा केदार के उदघोष के साथ मंदिर गर्भगृह बंद हो गया।
मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी की उपस्थिति में प्रातः साढ़े आठ बजे मंदिर का पूर्वी तथा दक्षिण द्वार बंद हो गया। पंचमुखी डोली को बाहर मंदिर परिसर में लाया गया तथा डोली ने श्री केदारनाथ मंदिर की परिक्रमा के पश्चात प्रथम पड़ाव रामपुर हेतु प्रस्थान किया। सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पंच मुखी डोली के साथ प्रस्थान किया।
मुख्यमंत्री धामी ने बाबा केदार के कपाट बंद होने के अवसर पर देश – विदेश के श्रद्धालुओं के लिए शुभकामनाएं दी । उन्होंने कहा कि दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप भब्य दिव्य केदार पुरी का निर्माण हुआ है। चारधाम यात्रा में इस वर्ष रिकार्ड 50 लाख श्रद्धालु पहुंचे । धामों के कपाट बंद के बाद शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित किया जायेगा। धामी ने तीर्थयात्रियों व श्रद्धालुओं का अभिवादन भी स्वीकार किया। संपूर्ण मंदिर परिसर जय बाबा केदार तथा हर हर महादेव के उदघोष से गूंज उठा।
सीएम धामी ने प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की
मुख्यमंत्री धामी ने गुरुवार को कपाटबंद होने के मौके श्री केदारनाथ धाम पहुंच, प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की है। मुख्यमंत्री ने धाम में चल रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया।
सनातन आस्था का प्रमुख केंद्र केदारनाथ मंदिर के कपाट गुरुवार को शीतकाल के लिए विधि विधान के साथ बंद हो गए हैं। इस मौके पर सीएम ने केदारनाथ धाम में विशेष पूजा-अर्चना करते हुए, प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री ने स्थानीय तीर्थ पुरोहितों और तीर्थयात्रियों से भी बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन हेतु पहुंचे हैं। प्रदेश सरकार के सुनियोजित प्रयासों से इस बार की चार धाम यात्रा सफल और सुचारू रूप से संपन्न हुई। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा ना सिर्फ प्रदेश की आर्थिकी में अहम योगदान देती है, बल्कि देवभूमि उत्तराखंड को दुनिया भर में रहने वाले सनातन धर्मावलंबियों से भी जोड़ती है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर केदारनाथ धाम क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मे नेतृत्व में उत्तराखंड के चार धामों के साथ ही मानसखंड से जुड़े मंदिरों में भी विभिन्न विकास कार्य पूरे किए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्ष 2026 की यात्रा के लिए अभी से रणनीति तय की ली जाए, ताकि समय रहते यात्रा प्रबंध पूरे किए जा सकें, उन्होंने यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने में तीर्थ पुरोहितों, हक हकूकधारियों, स्थानीय कारोबारियों और तीर्थ यात्रियों का विशेष आभार व्यक्त किया।
इस वर्ष चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड तीर्थयात्री पहुंचे, बाबा केदार के धाम की यात्रा अब सकुशल सम्पन्न हो चुकी है। हम सब पर बाबा का आशीर्वाद बना रहे, प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर विकसित कर रही है: पुष्कर सिंह धामी मख्यमंत्री
बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा-निर्देश में चारधाम यात्रा का सफल संचालन हुआ है। कपाट बंद तक रिकार्ड 1768795 ( सत्रह लाख अड़सठ हजार सात सौ पिचानबे) तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये है। इस साल आई आपदा को छोड़ दे तो कुल मिलाकर केदारनाथ यात्रा सुगम एवं सुरक्षित रही है। जबकि पिछले यात्रा वर्ष 2024 में कुल 1652076 ( सोलह लाख बावन हजार छियत्तर )तीर्थयात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किये इस बार पिछले यात्रा वर्ष की तुलना में केदारनाथ पहुंचे तीर्थयात्रियों की संख्या सवा लाख अधिक रही है।
उन्होंने यात्रा से जुड़े सभी विभागों को धन्यवाद दिया। शीतकाल के दौरान श्री केदारनाथ धाम में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहेंगे। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने अवगत कराया कि कपाट बंद के बाद बाबा केदार की पंचमुखी देव डोली ने केदारनाथ धाम से प्रस्थान किया तथा आज ही प्रथम पड़ाव रामपुर रात्रि विश्राम को पहुंचेगी। कल शुक्रवार 24 अक्टूबर रामपुर से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम को श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी और शनिवार 25 अक्टूबर को भगवान केदारनाथ जी की पंच मुखी डोली गुप्तकाशी से शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंच जायेगी।
इस अवसर पर श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, भाजपा जिलाध्यक्ष नैनीताल प्रताप बिष्ट, रूद्रप्रयाग जिलाध्यक्ष भारत भूषण कुकरेती,भाजपा नेता विनय उनियाल , कृषि विपणन बोर्ड अध्यक्ष अनिल डब्बू, बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण, जिलाधिकारी प्रतीक जैन, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे,बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी,बीकेटीसी सदस्य क्रमश: महेंद्र शर्मा,प्रह्लाद पुष्पवान, राजेंद्र प्रसाद डिमरी देवीप्रसाद देवली, डा. विनीत पोस्ती, दिनेश डोभाल, प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान सहित पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ एसडीआरएफ के अधिकारी -जवान, मंदिर समिति तथा यात्रा से जुड़े विभागीय कर्मचारी अधिकारी तथा बड़ी संख्या में तीर्थयात्री मौजूद रहे।
