

देहरादून। आज की लीला राजा जनक के दरबार से शुरू हुई वो मंत्री से पूछते हैं कि प्रजा सुखी और खुशहाल तो है। तो मंत्री बोलते हैं कि महाराज प्रजा कुशल से है, सब तरफ खुशहाल है। तभी दरबार में कुछ राज्यवासी आते हैं और कहते हैं महाराज राज्य में वर्षा नहीं हो रही है, सूखा पड़ा हुआ है, और अगर आप हल चलाओगे तो बारिश हो जाएगी। महाराज जनक हल चलाते हैं उन्हें हल चलाते हुए कन्या प्रकट हो जाती है, जिसका नाम सीता रखा जाता है।

वहीं दूसरी ओर राम लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र के आश्रम में रह रहे होते हैं, तभी जनक का दूत उनको समाचार देते हैं कि जनक के दरबार में सीता का स्वयंवर होना है, उसमें आपको निमंत्रण दिया गया है। मार्ग में चलते राम ने अहिल्या का उद्धार किया, और जनक के दरबार में पहुंचते हैं।
आज बनियावाला में चल रही रामलीला में सहसपुर विधानसभा के विधायक सहदेव पुंडीर शामिल हुए। उन्होंने रामलीला कमेटी ओर क्षेत्रीय जनता का आभार व्यक्त किया, और कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन समय समय पर अवश्य होने चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी को भी अच्छे संस्कार मिल सके। उन्होंने सभी राम भक्तों को अयोध्या में राम निर्माण की बधाई भी दी।
आज मुख्य अतिथि के रूप में गोबिंद सिंह मेहरा, सेना मेडल, यशोदा देवी, उत्तराखंड आंदोलनकारी एवं कमला देवी रावत, उत्तराखंड आंदोलनकारी शामिल हुई।
आज की रामलीला में आर्केडिया के पूर्व प्रधान छोटे लाल परिवार सहित, मुकेश दत्त, विद्वत सभा पूर्व प्रवक्ता, दिनेश प्रसाद भट्ट, पूर्व महासचिव, धीरज मैठाणी, संस्कृत संचालक और बड़ी संख्या में स्थानीय जनता उपस्थित रही।
बताते चलें कि रामलीला का मंचन सत्याश्रय रामलीला कमेटी की ओर से लगातार दूसरे वर्ष किया जा रहा है। जिसमें राठ के कलाकारों द्वारा अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया जा रहा है।
आज की रामलीला में रामलीला कमेटी के सभी सदस्यों द्वारा विशेष सहयोग किया गया।
