
निगम की जांच रिपोर्ट में मीटर से चोरी की पुष्टि नहीं हुई

गुरुकुल नारसन के बिजली घर में कथित बिजली चोरी का मामला
पहाड़ का सच देहरादून। रुड़की के गुरुकुल नारसन में बिजली चोरी के आरोपित दोनों इंजीनियरों को जांच के बाद क्लीन चिट दे दी गई है। जांच रिपोर्ट में बिजली चोरी के आरोपों की पुष्टि न होने के बाद निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने दोनों अभियंताओं को बहाल कर दिया है।
जब बाड़ ही खाने लगी खेत: बिजली चोरी में यूपीसीएल का जेई व एक्सईएन निलंबित
अक्तूबर के पहले सप्ताह में गुरुकुल नारसन में बिजली घर में एक फैक्ट्री के मीटर से बिजली चोरी का मामला सामने आया । पुलिस ने रात को कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था जो कि बिजलीघर के मीटर में छेड़छाड़ करके बिजली चोरी का प्रयास कर रहे थे। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था तो यूपीसीएल ने इसकी जांच समिति बनाते हुए अधिशासी अभियंता व एसडीओ को निलंबित कर दिया था। समिति ने मीटर की जांच व अन्य पहलुओं पर जांच पूरी करके सोमवार को यूपीसीएल प्रबंधन को अंपनी रिपोर्ट सौंप दी।
बताया गया है कि जांच में पाया गया कि बिजलीघर के मीटर का कवर छेड़ने की कोशिश की गई थी, जिसका अलर्ट आ गया था। बिजलीघर या फैक्टरी में से किसी भी मीटर में बिजली चोरी की पुष्टि नहीं हुई। लिहाजा, यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने लंढौरा के एसडीओं और विद्युत वितरण खंड रुड़की के प्रभारी अधिशासी अभियंता गुलशन बुलानी और एसडीओ मंगलौर जेई अनुभव सैनी को बहाल कर दिया।
उत्तरांचल पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने दोनों अभियंताओं के निलंबन के विरोध में धरना प्रदर्शन भी किया था। एसोसिएशन के अध्यक्ष वाई एस तोमर ने कहा कि हम पहले से ही कह रहे थे कि उनके इंजिनियर बेकसूर हैं।
