
– सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव,चौबीसों घंटे रहेगी निगरानी

पहाड़ का सच देहरादून। दून मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर में रात के समय पीजी डॉक्टरों द्वारा अर्द्धनग्न होकर तेज संगीत पर पार्टी करने और पुलिस से भिड़ने के मामले में कॉलेज प्रबंधन ने कड़ी कार्रवाई की है। पीजी डॉक्टर को निष्कासित कर कई पर जुर्माना लगाया गया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण हॉस्टल और कॉलेज प्रशासन की किरकिरी हो रही थी।
प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार को रिपोर्ट सौंपते हुए बताया कि जिस पीजी डॉक्टर के कमरे में यह पार्टी हुई, उसे हॉस्टल से निष्कासित कर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा हॉस्टल वार्डन को अन्य दोषी छात्रों की पहचान कर प्रत्येक पर पांच-पांच हजार रुपये जुर्माने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। छात्रों को समझाने में नाकाम रहने वाले गार्ड कमांडर को पद से हटा दिया गया है। साथ ही गेट पर एंट्री को लेकर नियमों का उल्लंघन और बिना वरिष्ठ अफसरों की अनुमति पुलिस को ऊपर ले जाने पर सुरक्षा गार्डों को ड्यूटी से हटा दिया गया है।
उस व्यक्ति के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है जिसने न्यूरो सर्जन का कॉलर पकड़कर विवाद किया। इससे पहले सोमवार को डीएमएस डॉ. एन.एस. बिष्ट के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया गया था, जिसमें वार्डन डॉ. सुशील ओझा, डॉ. अभय कुमार, डॉ. डी.पी. तिवारी और डॉ. विजय भंडारी शामिल थे। समिति ने मामले की विस्तृत जांच कर संस्तुतियां दी थीं, जिनके आधार पर प्रबंधन ने कार्रवाई की।
कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि हॉस्टल परिसर में अनुशासन और सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने कहा कि भविष्य में ऐसे किसी भी मामले की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुरक्षा और निगरानी प्रणाली को और सख्त किया जाएगा। हॉस्टल में नियमित गश्त, वार्डन और सुरक्षा कर्मियों की जिम्मेदारियों को स्पष्ट किया गया है, ताकि छात्रों की गतिविधियों पर निगरानी बनी रहे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद छात्रों और आम जनता में भी मामले को लेकर चर्चा हुई। कई छात्रों ने इस घटना की निंदा की और कहा कि हॉस्टल में अनुशासन बनाए रखना जरूरी है। कॉलेज प्रशासन ने भी यह स्पष्ट किया कि इस तरह की घटनाओं से मेडिकल कॉलेज की प्रतिष्ठा प्रभावित हो सकती है, इसलिए सख्त कार्रवाई आवश्यक थी।
पार्टी में शामिल पीजी डॉक्टर को हॉस्टल से निष्कासित, 10 हजार जुर्माना
अन्य दोषियों पर पांच-पांच हजार रुपये का जुर्माना
गार्ड कमांडर और सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी से हटा दिए जाने की कार्रवाई
न्यूरो सर्जन को धमकाने वाले व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज
भविष्य में अनुशासन बनाए रखने के लिए निगरानी प्रणाली और गश्त बढ़ाने के निर्देश
