

ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 09 जुलाई 2025*
*⛅ दिन – बुधवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – वर्षा*
*☁️ अमांत – 25 गते आषाढ़ मास प्रविष्टि*
*☁️ राष्ट्रीय तिथि – 17 आषाढ़ मास*
*⛅मास – आषाढ़*
*⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – चतुर्दशी रात्रि 01:36 जुलाई 10 तक तत्पश्चात् पूर्णिमा*
*⛅नक्षत्र – मूल प्रातः 04:50 जुलाई 10 तक तत्पश्चात् पूर्वाषाढ़ा*
*⛅योग – ब्रह्म रात्रि 10:09 तक तत्पश्चात् इंद्र*
*⛅राहुकाल – दोपहर 12:22 से दोपहर 02:06 तक*
*⛅सूर्योदय – 05:23*
*⛅सूर्यास्त – 07:21*
*⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:36 से प्रातः 05:19 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – कोई नहीं*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:24 जुलाई 10 से रात्रि 01:06 जुलाई 10 तक*
*⛅विशेष – चतुर्दशी को स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना व लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🔹लक्ष्मी कहाँ विराजती हैं ?*
*🔸जहाँ भगवान व उनके भक्तों का यश गाया जाता है वहीँ भगवान की प्राणप्रिया भगवती लक्ष्मी सदा विराजती है | (श्रीमद् देवी भागवत )*
*🔹मन चंचल हो तो🔹*
*🔸जब भी संध्या करने बैठे सुबह या शाम को | तो २४ बार मन में राम नाम का उच्चारण करके फिर बैठे | खाली २४ बार, उँगलियों पर नहीं गिनना १,२,३ मन में ही जपना मन में ही गिनती करना | मन चंचल हो तो इससे मन शांत हो जाता है कई लोग बोलते हैं न हम जप करने बैठते हैं मन नहीं लगता | तो २४ बार करके बैठे | अपनी मन की आँखों के आगे अपने इष्ट अपने गुरु को रखें | कि मेरा मन जप में, ध्यान में, उपासना में लग जाये | तो बड़ा भारी लाभ होता है | तो ब्रह्म राम ते नाम बड़, वरदायक वरदानी | ये नाम जो है वरदान देने वालो को भी वर देने वाला है | ऐसी इस नाम में शक्ति है |*
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