
धोखाधड़ी के एक मामले में तीन साल की जेल काटकर बृहस्पतिवार को ही बाहर आया था

दुबई से 50 किलो सोना और नकदी इधर-उधर की, ईडी-सीबीआई के अनुरोध पर हुई कार्रवाई
पहाड़ का सच/एजेंसी
नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाला मामले में लंदन की जेल में बंद हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी को अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के संयुक्त प्रत्यर्पण अनुरोध पर शुक्रवार को नेहल की गिरफ्तारी हुई। नेहल धोखाधड़ी के एक मामले में तीन साल की जेल काटकर बृहस्पतिवार को ही बाहर आया था और अगले दिन पीएनबी घोटाले में पकड़ लिया गया।
ईडी का दावा है कि 13,000 करोड़ रुपये का पीएनबी घोटाला सामने आने के बाद नेहल ने नीरव के विश्वासपात्र मिहिर आर भंसाली के साथ मिलकर दुबई से 50 किलोग्राम सोना और भारी मात्रा में नकदी का स्थानांतरण किया। नेहल ने नीरव के साथ मिलकर बेल्जियम की मनी लॉन्ड्रिंग़ के एंटवर्प में जन्मा व पला-बढ़ा तथा अंग्रेजी, गुजराती और हिंदी में पारंगत नेहल दीपक मोदी मनी लॉन्डिंग के अपराध में अपने भाई नीरव का साथ देने के आरोप में भारत में वांछित है।
नीरव लंदन की अदालत में भारत प्रत्यर्पण की कार्यवाही का सामना कर रहा है।
रेड नोटिस को चुनौती दी थी… अपने खिलाफ रेड नोटिस को नेहल ने इंटपोल फाइल नियंत्रण आयोग (सीसीएफ) में चुनौती दी थी लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था। रेड नोटिस के बाद इंटरपोल के सदस्य देशों के लिए आरोपी का लोकेशन बताना और उसे अस्थायी हिरासत में लेना जरूरी होता है।
हांगकांग से लगभग 50 करोड़ रुपये के हीरे के आभूषण, 150 बक्से मोती और दुबई से 35 में ले ली। लाख दिरहम नकदी भी अपने कब्जे में उसने कंपनियों के डमी निदेशकों को निर्देश दिया कि जांच अधिकारियों को उसकी पहचान न बताएं।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि नेहल (46) के मामले में कोर्ट में अगली सुनवाई 17 जुलाई को होगी। बेल्जियम की नागरिकता रखने वाला नेहल मोदी उस सुनवाई में जमानत की मांग कर सकता है। हालांकि, अमेरिकी अभियोजकों ने साफ कर दिया है है कि वे इस मांग का विरोध करेंगे। नेहल की गिरफ्तारी दो आरोपों के आधार पर की गई है। पहला धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के तहत धन शोधन और दूसरा आपराधिक साजिश व सबूत मिटाने के आरोप। नेहल के खिलाफ इंटरपोल ने सीबीआई के आरोपपत्र के अनुसार, नेहल ने फर्जी कंपनियों और देश के बाहर लेन-देन के जाल के माध्यम से अवैध धन को छिपाने और स्थानांतरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इंडी व सीबीआई दोनों ने आरोपपत्रों में उसे आरोपी बनाया है। आरोप है कि उसने दुबई में सबूत नष्ट किए और नीरव के अवैध कार्यों में मदद की। जेल में होने के कारण गिरफ्तार नहीं हुआ था इंटरपोल ने नेहल के खिलाफ 2021 में रेड नोटिस जारी किया। .सीबीआई ने 2022 में उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध भेजा था। लेकिन नेहल में जेल में बंद होने के कारण यह कार्रवाई नहीं हुई थी। प्रत्यर्पण संधि के कारण उसे जेल से छूटते ही पकड़ लिया गया।
पीएनबी के घोटाला मामले में रेड नोटिस जारी किया था। इस मामले में नीरव मोदी और उसका मामा मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी हैं। सीबीआई के आरोपपत्र के मुताबिक नीरव ने अपनी कंपनियों के जरिये पीएनबी के 6,498 करोड़ रुपये जाली अंडरटेकिंग देकर विदेश में भेज दिया। उसके मामा मेहुल चोकसी ने भी इसी तरह शेष बची राशि को देश से बाहर भेजा।
