
पहाड़ का सच चमोली।
जिले के के पीएमश्री राजकीय इंटर कॉलेज में एक शिक्षक द्वारा मंच से शिक्षा मंत्री से सीधा सवाल पूछना अब उस पर भारी पड़ता दिख रहा है। शिक्षक ललित मोहन सती को शिक्षा विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। विभाग ने उनके वक्तव्य को अमर्यादित करार देते हुए जवाब मांगा था, जिसका जवाब शिक्षक ने विभाग को सौंप दिया है।
बताते चलें कि शिक्षक ललित मोहन सती ने सार्वजनिक मंच से शिक्षा मंत्री के सामने प्रधानाचार्य भर्ती प्रक्रिया में देरी का मुद्दा उठाया था। उन्होंने मंत्री के बगल में खड़े होकर कहा कि 2016 से शिक्षक प्रमोशन के लिए तड़फ रहे हैं, 2300 प्रमोशन होने हैं।कई तो प्रमोशन की आस लिए रिटायर्ड भी हो गए हैं। पूरे प्रदेश के विद्यालय प्रधानाचार्य विहीन हैं। कब ये पद भरेंगे? मंत्री जी, आप इसे गंभीरता से लीजिए।
इस पर मंत्री ने हल्के अंदाज़ में जवाब दिया, “हो गया तो बताते हैं। लेकिन शिक्षक रुके नहीं। उन्होंने कहा मंत्री जी सुनिए। हम बच्चों में कॉन्फिडेंस की कमी कर रहे हैं। मैं एक शिक्षक हूं। इसी दौरान पीछे से एक महिला शिक्षक को रोकने के लिए आती हैं।
शिक्षक महिला को कहते नहर आते हैं आप रुकिए एक मिनट और मंत्री भी महिला को रोकते हुए कहते हैं, बोलने दीजिए इसके बाद शिक्षक कहते हैं, क्या मैं गलत कर रहा हूं? फिर एक अन्य व्यक्ति माइक लेकर शिक्षकों का पक्ष रखते हैं और मामला कोर्ट में लंबित होने की बात कहते हुए प्रमोशन की मांग दोहराते हैं। अंत में मंत्री धन सिंह रावत कहते हैं, कोर्ट से आप केस वापस लें, अगले दिन ही प्रमोशन कर देंगे।
लेकिन शिक्षा विभाग ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए कड़ा रुख अपनाया है। शिक्षक द्वारा की गई सार्वजनिक टिप्पणी को मर्यादा से परे मानते हुए ललित मोहन सती को नोटिस भेजा गया था। उन्हें अपने बयान पर सफाई देने के लिए तलब किया गया। हालांकि शिक्षक ने नोटिस का जवाब विभाग को सौंप दिया है।
