
– निगम की कार्यशैली से स्थानीय निवासियों में रोष।
पहाड़ का सच देहरादून।
बनियावाला में सार्वजनिक सड़क अतिक्रमण मामले में नगर निगम की टीम ने अपना पल्ला झाड़ दिया है। जांच टीम ने कहा है कि ये सड़क निगम हस्तांतरित नहीं हुई है।
बनियावाला में सार्वजनिक सड़कों पर अतिक्रमण जोरों पर, निगम कर रहा अनदेखी
वैसे स्थानीय लोगों का कहना है कि बनियावाला को निगम में आए हुए करीब 7 साल होने को हैं तो फिर इतने सालों में सड़के क्यूं नहीं हस्तांतरित हुई हैं, और अगर सड़के हस्तांतरित नहीं हुई हैं तो फिर कैसे सड़कों की मरम्मत हो रही हैं, उनकी साफ सफाई कैसे हो रही है।
बनियावाला में सार्वजनिक सड़क पर अतिक्रमण रुका, जांच होगी
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम में आने के बाद यहां सड़कों पर लाइट लगने के अलावा कोई विकास के कार्य नहीं हुए हैं। केवल जमीनों के दाम बढ़े हैं, और अतिक्रमण को बढ़ावा मिला है। लोगों का कहना है कि पहले ग्राम प्रधान को कहने से सड़क बन जाती थी, और भी छोटे मोटे काम हो जाते थे। जो कि अब होने मुश्किल हो रहे हैं। सड़कों पर खड्डों की भरमार है, साफ़ सफाई का बुरा हाल है, सफाईकर्मी जोनल आफिस में आकर हाजिरी जरूर लगा कर जाते हैं, पर काम पर कहीं भी नजर नहीं आते हैं।
बताते चले कि, सेवली रोड पर रावत फार्म हाउस के सामने कुछ दिन पहले एक व्यक्ति अपने प्लाट पर चहारदीवारी करवा रहा था, जिसमें कि सार्वजनिक सड़क का काफी हिस्सा अतिक्रमण की जद में आ रहा था। इस पर सभी कालोनी वासियों ने ऐतराज जताया था।
उक्त मामले को “पहाड़ का सच न्यूज पोर्टल” में उठाया गया था, उसके बाद नगर निगम ने दो माह के अंदर जांच करने की बात की थी। अब उक्त मामले में निगम ने ये कहकर पल्ला झाड़ दिया है कि सड़क निगम में हस्तांतरित नहीं है। इस बात को लेकर स्थानीय निवासियों में रोष भी देखा जा रहा है, उनका कहना है कि इस तरह सार्वजनिक सड़कों पर अतिक्रमण होता रहेगा तो लोग सड़कों पर चलेंगे कैसे ?
मामले में निगम की अधूरी जांच के बाद आज नंदन एनक्लेव निवासियों की मीटिंग हुई, और उसमें ये प्रस्ताव रखा गया कि मामले को जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया जाए, इसके लिए कल पांच लोगों का दल कल जिलाधिकारी के जनता मिलन कार्यक्रम में जाकर उनसे मुलाकात करेगा।
