
– छात्राओं ने पत्र के माध्यम से राज्यपाल को सुनाई अपनी पीड़ा , 25000 छायाएं अध्ययनरत
– कहा , कन्या पाठशाला पर ध्यान नहीं दे रही सरकार, बेटी पढ़ाओ का नारा सिर्फ दिखावा
– शिक्षक न होने से बंद हो चुका है एनसीसी विभाग ./
पहाड़ का सच देहरादून।
25000 छात्रा संख्या वाला राज्य का प्रतिष्ठित महादेवी कन्या पाठशाला शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। शिक्षक न होने के कारण एनसीसी जैसा महत्वपूर्ण विभाग बन्द कर दिया गया है। आजीज आ चुकी छात्राओं ने पत्र भेजकर राज्यपाल को अपनी पीड़ा बताई है।
सेवा में महामहिम राज्यपाल जी
उत्तराखण्ड
द्वारा प्राचार्य
एम. के. पी० (Pu) कॉलेज देहरादून
विषय कैलिज में शिक्षकों की कमी का संकट उत्पन्न होने के विषय में।
महोदय,
आपको इस पत्र के माध्यम से अवगत करवाना है की एम. के पी पीजी कॉलेज देहरादून जिले एवं गढ़वाल मण्डल का एक मात्र छात्रओं का कॉलेज है जिसमें तकरीबन 25000 छात्राए अध्ययनस्थ हैं, और हर वर्ष एमकेपी महाविद्यालय से छात्राए प्रदेश का नाम पूरे भारत ही नहीं विश्व में रोशन कर उत्तराखंड को गौरवान्वित कर रही हैं।
महोदय, आपको यहां अवगत कराना है कि हमारे महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी बहुत ज्यादा उत्पन्न हो गई है, जिसके चलते या तो हमारे महाविद्यालय में शिक्षा का माहौल उत्पन्न नहीं हो पा रहा हो शिक्षकों की कमी के चलते पहले हमारे महाविद्यालय में एम. के पी में एन सी सी को बंद किया गया। आज हमारे महाविद्यालय की यह स्थिति ये है कि हमारा महाविद्यालय बंद होने की कगार पर है। वैसे तो सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है। लेकिन जब बेटी पढ़ना चाहती है तो उसके लिए एक महाविद्यालय तक को बचा नहीं पा रही है।
महोदय, मेरा आपसे अनुरोध है कि एम. के. पी. कॉलेज देहरादून की तरफ अपने कीमती समय में से कुछ समय निकाल कर ध्यान दिया जाए जिससे की एम. के. पी० (पीजी) कॉलेज को सुचारू रूप से चलाए जाने हेतु शिक्षकों की नियुक्ति हो और महाविद्यालय में पुनः शिक्षा का माहौल बन सके।
विपाशा विष्ट
एनएसयूआई कार्यकर्ता
Jyoti
Nidhika
Kajal
Ruksa
Sakshi
Shanvi
Mahias
