
पहाड़ का सच,देहरादून।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, (सीबीएसई) ने यूपीईएस में सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के प्रधानाचार्यो के लिए दो दिवसीय एक्सपोजर विज़िट का आयोजन किया। यह पहल शैक्षिक नेतृत्वकर्ता को फ्यूचर स्किल्स और वोकेशनल व स्किल.बेस्ड एजुकेशन में उभरते रुझानों की समझ बढ़ाने का एक सशक्त मंच प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति, (एनईपी) 2020 के अनुरूप, जो मुख्यधारा की स्कूली शिक्षा में व्यावसायिक शिक्षा को एकीकृत करने पर बल देती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूल प्राचार्यों को नवीन शिक्षण पद्धतियों और उद्योग से जुड़ी प्रवृत्तियों की जानकारी देना था। साथ ही, यह पहल स्कूल और उच्च शिक्षा के बीच की दूरी को कम करने और छात्रों को वैश्विक परिप्रेक्ष्य में प्रासंगिक कौशलों से सुसज्जित करने के लिए सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित रही।
इस एक्सपोजर विज़िट के दौरान प्रमुख विषयों में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, उभरते करियर विकल्प, उद्योग.संलग्न पाठ्यक्रम, और अनुभवात्मक शिक्षण शामिल रहे। यूपीईएस के अनुभवी संकाय सदस्यों द्वारा संचालित इन सत्रों में उच्च शिक्षा के सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों की प्रत्यक्ष जानकारी दी गई, जिससे स्कूल प्रधानाचार्यो को इन जानकारियों को अपने संस्थानों में लागू कर शिक्षकों को सशक्त बनाने की प्रेरणा मिली।
कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए यूपीईएस के वाइस चान्सेलर डॉ. राम शर्मा ने कहा, “यूपीईएस” में हम मानते हैं कि शिक्षा का भविष्य अकादमिक सीखने और उद्योग, आधारित कौशलों के समावेश में है। भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति, (एनईपी) 2020 प्रारंभिक स्तर से ही कौशल आधारित शिक्षा की आवश्यकता को रेखांकित करती है, और चूंकि भारत की आधी से अधिक जनसंख्या 25 वर्ष से कम आयु की है, इसलिए छात्रों को व्यावहारिक और भविष्य.उन्मुख कौशलों से लैस करना अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। इस सीबीएसई पहल के ज़रिए स्कूल प्रमुखों से जुड़कर हम स्कूली और उच्च शिक्षा के बीच की खाई को कम करना चाहते हैं, ताकि छात्र विभिन्न उद्योगों में उभरते करियर की संभावनाओं के लिए बेहतर रूप से तैयार हो सकें।
सीबीएसई प्रवक्ता ने कहा, हम स्कूल प्रधानाचार्यो को ज्ञान और संसाधनों से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि वे शैक्षिक उत्कृष्टता को आगे बढ़ा सकें। यूपीईएस का यह एक्सपोजर विज़िट हमारे प्राचार्यों के लिए नवीन शैक्षणिक प्रथाओं और उद्योग समेकित शिक्षण मॉडलों को प्रत्यक्ष रूप से देखने का एक मूल्यवान अवसर रहा। स्कूलों और उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच मजबूत संबंध बनाकर हम छात्रों को भविष्य के लिए तैयार कौशल और आजीवन सीखने की सोच देने का प्रयास कर रहे हैं।
उद्योग केंद्रित कार्यक्रमों और समग्र शिक्षा दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध यूपीईएस भारत की शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने हेतु निरंतर प्रभावशाली साझेदारियां कर रहा है। कार्यक्रम का समापन एक प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ हुआ, जिसमें भाग लेने वाले सभी स्कूल प्राचार्यों की शिक्षा के भविष्य को संवारने की प्रतिबद्धता को सम्मानित किया गया।
