
पहाड़ का सच, हरिद्वार।
रामनवमी के पावन अवसर पर दिव्य योग मंदिर (ट्रस्ट), कृपालु बाग आश्रम और दिव्य योग मंदिर राममुलख दरबार एकाकार हो गए। दिव्य योग मंदिर राममुलख दरबार ने पतंजलि योगपीठ में आधिकारिक रूप से विलय कर लिया है। यह जानकारी पतंजलि योगपीठ के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी रामदेव ने पत्रकार वार्ता में दी। इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण एवं योगाचार्य स्वामी लाल महाराज भी मौजूद रहे।
पत्रकारों द्वारा वक्फ बोर्ड संशोधन पर सवाल पूछे जाने पर बाबा रामदेव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने संशोधन को जायज माना है।
वक्फ कानून पर बाबा रामदेव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारत में एक संविधान है। अगर वक्फ बोर्ड में संशोधन नहीं होता तो लोग हिंदू, सिख और जैन बोर्ड बनाने की भी मांग उठती। बिल्कुल सही संशोधन किया गया। इसके लिए कानून का विरोध करने वालों पर रामदेव का कहना है कि जो खिलाफत में है, वो अपने वोट बैंक को बटोरने और समेटने की कसरत कर रहे हैं, उनके बयानबाजी से कुछ नहीं होने वाला है।
हिंदुस्तान में हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध सबके लिए समान रूप से एक संविधान और एक कानून है। यदि वक्फ बोर्ड में संशोधन न करते तो कुछ दिनों में कहा जाता कि हिंदू बोर्ड, सिख बोर्ड और जैन बोर्ड भी बनना चाहिए। फिर तो हम भी कहते कि यहां तो साधु का भी बोर्ड बनना चाहिए, ये कोई बात हुई? पूरे देश का एक विधान, एक झंडा, एक कानून और एक ईश्वर के उपासक है.- बाबा रामदेव,
