
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 16 मार्च 2025*
*⛅दिन – रविवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2081*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – बसन्त*
*🌥️अमांत – 3 गते चैत्र मास प्रविष्टि*
*🌥️राष्ट्रीय तिथि – 25 फाल्गुन मास*
*⛅मास – चैत्र*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – द्वितीया शाम 04:58 तत्पश्चात् तृतीया*
*⛅नक्षत्र – हस्त सुबह 11:45 तक तत्पश्चात् चित्रा*
*⛅योग – वृद्धि दोपहर 02:49 तक तत्पश्चात् ध्रुव*
*⛅राहुकाल- शाम 04:53 से शाम 06:22 तक*
*⛅सूर्योदय – 06:26*
*⛅सूर्यास्त – 06:26*
*⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:12 से प्रातः 06:00 तक,*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:24 से दोपहर 01:12 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:24 मार्च 17 से रात्रि 01:12 मार्च 17 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण – संत तुकारामजी द्वितीया, द्विपुष्कर योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थसिद्धि योग (प्रातः 06:48 से शाम 04:58 तक)*
*⛅ विशेष – द्वितीया को बृहती, छोटा बैंगन या कटहरी खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹होली के बाद ध्यान रखने योग्य बातें🔹*
*🔸१] होली के बाद के २० – २५ दिन नीम के २० – २५ कोमल पत्ते व १ – २ काली मिर्च खा लो या नीम के फूलों का रस १ – २ काली मिर्च का चूर्ण डालकर पी लो । इससे शरीर में ठंडक रहेगी और गर्मी झेलने की शक्ति आयेगी, पित्त-शमन होगा और व्यक्ति वर्षभर निरोग रहेगा ।*
*🔸२] होली के बाद १५ – २० दिनों तक बिना नमक का भोजन करें तो आपके स्वास्थ्य में चार चाँद लग जायें । बिना नमक का नहीं कर सकते तो कम नमकवाला भोजन करो ।*
*🔸३] अपने सिर को धूप से बचाना चाहिए । जो सिर पर धूप सहते हैं उनकी स्मरणशक्ति, नेत्रज्योति और कानों की सुनने की शक्ति क्षीण होने लगती है । ४२ साल के बाद बुढापा शुरू होता है, असंयमी और असावधानीवालों का दिमाग कमजोर हो जाता है । गर्मियों में नंगे सिर धूप में घूमने से पित्त बढ़ जाता है, आँखें जलती हैं । अत: सिर को धूप से बचाओं, अपने को दुःखों से बचाओ, मन को अहंकार से बचाओ और जीवात्मा को जन्म-मरण से बचा के परमात्मा से प्रेम करना सिखा दो !*
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