
पहाड़ का सच,रामनगर।
रामनगर के सांवल्दे पूर्वी में आदमखोर बाघ के हमले से दहशत का माहौल है। बाघ को पकड़ने में नाकाम वन विभाग की विफलता से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार सुबह ढेला मार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया। रास्ता बंद होने से वाहनों की लंबी कतार लग गई और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ग्रामीणों का गुस्सा इस बात पर था कि बाघ दो हमले कर चुका है, जिसमें एक वनकर्मी की जान जा चुकी है, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में वन्यजीवों के हमले में कई लोग घायल हो चुके हैं, लेकिन वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने वन विभाग को 24 घंटे के भीतर हमलावर बाघ को पकड़ने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर बाघ को नहीं पकड़ा गया तो वह कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पर्यटन गेट को बंद कर देंगे।
वहीं सड़क जाम करने पर पुलिस ने पांच नामजद और 50 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। बिजरानी रेंज के रेंजर भानु प्रकाश हर्बोला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि ग्रामीणों के सड़क जाम करने से बीते दो दिनों में 90 जिप्सियां ढेला और झिराना जोन में नहीं जा सकी हैं। ग्रामीणों की मांग है कि हमलावर बाघ को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और क्षेत्र में वन्यजीवों के हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उनका कहना है कि वन विभाग की लापरवाही के कारण उनकी जान खतरे में है और वह अब और इंतजार नहीं कर सकते।
