पहाड़ का सच/एजेंसी।
नई दिल्ली। विश्वविख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। सोमवार सुबह उनके परिवार ने इसकी पुष्टि की। परिवार के मुताबिक हुसैन इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित थे। परिवार ने बताया कि वे पिछले दो हफ्ते से सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती थे। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में एडमिट किया गया था। वहीं उन्होंने आखिरी सांस ली।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन का समाचार बेहद दुखद है। उनका जाना संगीत जगत के लिए बड़ी क्षति है। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। उस्ताद ज़ाकिर हुसैन अपनी कला की ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जो हमेशा हमारी यादों में जीवित रहेगी।।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, “उस्ताद जाकिर हुसैन साहब के निधन से हमारी संस्कृति की दुनिया और भी क्षीण हो गई है। अपनी उंगलियों को दायां और बयान पर नचाते हुए उन्होंने भारतीय तबले को वैश्विक मंच पर पहुंचाया और हमेशा इसकी जटिल लय के पर्याय बने रहेंगे। संगीत के एक दिग्गज, रचनात्मकता के एक दिग्गज जिनके काम ने उन्हें पीढ़ियों तक लोगों के बीच लोकप्रिय बनाए रखा। उनके जाने से एक ऐसा शून्य पैदा हो गया है जिसे भरना मुश्किल होगा। उनके परिवार, शिष्यों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, “विश्व विख्यात तबला वादक, ‘पद्म विभूषण’ उस्ताद जाकिर हुसैन जी का निधन अत्यंत दुःखद एवं संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें तथा उनके शोकाकुल परिजनों एवं शोक संतप्त प्रशंसकों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!”