पहाड़ का सच, देहरादून
मल्टीडिसप्लनेरी यूनिवर्सिटी यूपीईएस ने बिधोली परिसर में मशीन लर्निंग और डेटा इंजीनियरिंग (आईसीएमएलडीई 3.0) पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया। 28 और 29 नवंबर, 2024 को आयोजित होने वाले दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन यूपीईएस स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस (एसओसीएस) ने एल्सेवियर, यूनिवर्सिटी ऑफ डेटन (यूएसए) और प्रोविडेंस यूनिवर्सिटी के सहयोग से किया है। 2024 का संस्करण आईसीएमएलडीई के पिछले संस्करणों द्वारा स्थापित अकादमिक विशिष्टता की परंपरा को जारी रखता है, जिसमें 47 देशों के 3,800 से अधिक कंट्रीब्युटर्स की भागीदारी देखी गई है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और IBM द्वारा प्रायोजित इस वर्ष का कार्यक्रम चार प्रमुख ट्रैक के आसपास बना है।
आईसीएमएलडीई 3.0 एआई और डेटा इंजीनियरिंग में ग्लोबल चुनौतियों और उभरते अवसरों पर सार्थक बातचीत और सहयोग को बढ़ावा देने का वादा करता है। सम्मेलन में मशीन लर्निंग और डेटा इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों से 400 से अधिक रिसर्च पेपर्स प्रस्तुत किए जाएंगे, जिनमें से स्वीकृत रिसर्च पेपर्स एल्सेवियर द्वारा प्रोसीडिया कंप्यूटर साइंस जर्नल में प्रकाशित किए जाएंगे। एक्सपर्ट के भाषणों और टेक्निकल सेशन के माध्यम से युवा रेसर्चेर्स को प्रोत्साहित करने पर विशेष जोर दिया जाता है।
कांफ्रेंस के उद्घाटन के दिन, डॉ. संजय बहल, डायरेक्टर जनरल, CERT-In, MeitY ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया, जबकि डॉ. अजय कुमार, डायरेक्टर, IRDE DRDO ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। पहले दिन, कांफ्रेंस , जिसमें मुख्य स्पीकर्स और वर्कशॉप की एक शानदार सूची है, की शुरुआत यूपीईएस के वाईस चांसलर डॉ. राम शर्मा के स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद डॉ. विजयन के. असारी (यूनिवर्सिटी ऑफ़ डेटन) जैसे प्रसिद्ध एक्सपर्ट्स के मुख्य सत्र हुए, जिन्होंने कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस पर अपने इनसाइट्स साझा किये, और डॉ. अमित सचान (Jio) जिन्होंने ट्रांस्फॉर्मटिवे AI ऍप्लिकेशन्स पर चर्चा की।
दूसरे दिन, प्रोफेसर पीटर हान जू चोंग (ऑकलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी) 5G नेटवर्क में फजी लॉजिक एप्लीकेशन को संबोधित करेंगे, जबकि डॉ. बर्नार्ड फोंग (प्रोविडेंस यूनिवर्सिटी) ऑटोमोटिव इन्वेंट्री मैनेजमेंट के लिए प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स का पता लगाएंगे। अतिरिक्त मुख्य भाषणों में प्रो. रॉबर्टस दामाशेविकियस (कौनास यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी) सस्टेनेबल सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग पर और डॉ. तन्मय चक्रवर्ती (IIT दिल्ली) हानिकारक ऑनलाइन कंटेंट का मुकाबला करने पर चर्चा करेंगे। इसके अतिरिक्त, इस कार्यक्रम में डॉ. जी. जी. मोहम्मद नवाज (ब्रैडली यूनिवर्सिटी, यूएसए), डॉ. अरुण कुमार (NIT राउरकेला) और एल. वेंकट सुब्रमण्यम (IBM क्वांटम लीड) जैसे विशेषज्ञों के नेतृत्व में वर्कशॉप्स होंगी, जो AI-संचालित ऑटोनोमस ड्राइविंग और AI और क्वांटम कंप्यूटिंग के सपोर्ट जैसे अत्याधुनिक विषयों की खोज करेंगी। IBM में क्वांटम सपोर्ट इंजीनियर सिद्धार्थ गोलेचा, क्वांटम कंप्यूटिंग के लिए AI समाधान विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिसमें Qiskit कोड असिस्टेंट जैसी परियोजनाएँ शामिल हैं।
यूपीईएस के स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस के डीन डॉ. विजयशेखर चेलाबोइना ने इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “आईसीएमएलडीई 3.0 मशीन लर्निंग और डेटा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में ग्लोबल कम्युनिकेशन बनाने की हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। दुनिया भर के रिसर्चर्स, शिक्षाविद और इंडस्ट्री लीडर्स को एक साथ लाकर, यह कांफ्रेंस न केवल अत्याधुनिक इनोवेशन को आगे बढ़ाता है, बल्कि सहयोग और नॉलेज शेयरिंग करने को भी बढ़ावा देता है। यूपीईएस में, हमारा लक्ष्य एक जीवंत इकोसिस्टम बनाना है, जहाँ विचार प्रभावशाली समाधानों में बदल जाएँ, जो प्रौद्योगिकी और समाज के भविष्य को आकार दें।”
आईसीएमएलडीई 3.0 न केवल नॉलेज शेयरिंग को सुगम बनाएगा, बल्कि मशीन लर्निंग और डेटा इंजीनियरिंग में कार्रवाई योग्य इनसाइट्स और सफलताओं को भी प्रेरित करेगा। आईसीएमएलडीई 3.0 यूपीईएस को रिसर्च एक्सीलेंस के केंद्र के रूप में स्थापित करना जारी रखता है और दुनिया भर के रिसर्चर्स, शिक्षाविदों और प्रोफेशनल्स की भागीदारी का स्वागत करने के यूपीईएस के दृष्टिकोण को उजागर करता है।