पहाड़ का सच, देवप्रयाग/श्रीनगर।
पहाड़ी जिलों में स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल है। टिहरी जिले के देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के एक बुजुर्ग बीमार हुए तो उनको अस्पताल पहुंचाने के लिए सड़क नहीं थी। ऐसे में गांव के युवा उन्हें डंडी कंडी से अस्पताल ले गए। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। ग्रामीणों का कहना है कि वो लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनके गांव तक एक अदद सड़क तक नहीं बन पाई है। चुनावों के समय सभी पार्टियों के उम्मीदवार जोर शोर से वादे करके जाते हैं पर चुनाव जीतने के बाद दुबारा शक्ल नही दिखाते हैं।
बेबसी: फिर डंडी कंडी के सहारे जिंदगी !
देवप्रयाग विधानसभा के अंतर्गत लोस्तु बढियारगढ़ डालढूंग ग्रामसभा के दुगड्डा गांव तक सड़क ना होने के कारण ग्रामीणों ने बीमार बुजुर्ग को डंडी-कंडी के सहारे कंधों पर लादकर सड़क तक पहुंचाया। गांव में 70 साल के बुजुर्ग भगवान सिंह की अचानक तबियत खराब हो गयी। जिसके बाद गांव के लोग एकत्रित हुए और बुजुर्ग को डंडी कंडी के सहारे हॉस्पिटल ले जाने का फैसला लिया। ग्रामीणों ने बुजुर्ग को डंडी कंडी के सहारे तीन किमी खड़ी चढ़ाई पार कर रोड तक पहुंचाया।
फिर कंडी के सहारे जिंदगी: गर्भवती महिला को छः किमी पैदल चलकर पहुंचाया अस्पताल
बुजुर्ग को डंडी कंडी में लाने वाले युवक कह रहे हैं कि क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी अपने को आदर्श विधायक कहते हैं लेकिन उनके क्षेत्र के लोग इस हालत में रहते हैं। विनोद कंडारी कहते हैं कि आपने नेता नहीं बेटा चुना है, लेकिन हमने ऐसा बेटा चुना है जिसके क्षेत्र में बीमार लोगों को डंडी कंडी के सहारे हॉस्पिटल पहुंचाया पड़ रहा है। यही गांव वालों की नियति बन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि वो लंबे समय से रोड की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। जिससे उन्हें आए दिन परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है।