– कार्मिकों के आवास व अन्य सुविधांए जल्द दी जाएंगी
पहाड़ का सच देहरादून। प्रबन्ध निदेशक पीसी ध्यानी की अध्यक्षता में उत्तरांचल पावर इन्जीनियर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता की गयी।
प्रबन्ध निदेशक ध्यानी की अध्यक्षता तथा निदेशक (परिचालन) जीएस बुदियाल एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में आज उत्तरांचल पावर इन्जीनियर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ भेंट कर उनके द्वारा प्रस्तुत 10 सूत्रीय मांग पत्र पर वार्ता की गयी। वार्ता से पूर्व प्रबन्ध निदेशक द्वारा वार्ता में उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों को गुलाब की कलियां देकर उनका स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया।
इस अवसर पर प्रबन्ध निदेशक महोदय द्वारा पिटकुल की निम्नलिखित विशेष उपलब्धियों को एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ साझा करते हुये एसोसिएशन की मांगों पर नियमानुसार कार्यवाही कर मांगो का निस्तारण करने का आश्वासन प्रदान किया गया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से पिटकुल द्वारा 6 नये उपकेन्द्र, 220 केवी उपकेन्द्र सेलाकुई एवं मंगलौर, 132 केवी उपकेन्द्र आराघर, खटीमा, धौलाखेड़ा एवं लोहाघाट के अनुबन्ध कर दिये गये हैं जिसके फलस्वरूप पिटकुल के पारेषण तन्त्र में 780 एमवीए की क्षमता वृद्धि होगी। प्रदेश में ग्रिड के कुशल संचालन हेतु ‘‘स्टेट ऑफ द आर्ट’’ प्रान्तीय भार निस्तारण केन्द्र (एसएलडीसी) भवन का निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पिटकुल द्वारा ट्राँसमिशन उपलब्धता (Transmission System Availability) गत वर्ष 2022-23 की तुलना में 99.67 से बढकर 99.70 प्रतिशत हासिल की गई तथा ट्राँसमिशन लॉसेस 1 प्रतिशत हैं। उपरोक्त उपलब्धियों के कारण पिटकुल देश की अग्रणी पारेषण निगमों में से एक है।
पिटकुल द्वारा मुख्यमंत्री के मार्ग-दर्शन में गत वर्ष 2022-2023 में 26.99 करोड़ की तुलना में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 44.18 करोड़ का लाभ अर्जित किया गया है तथा निरन्तर लाभ अर्जित करते हुये शासन को विगत 3 वर्षो से लगातार 5 करोड़ का लाभांश दिया जा रहा है।पिटकुल को लगभग 70 करोड़ आईएसटीएस एरियर के रूप में भी प्राप्त हुआ है।
पिटकुल को REC द्वारा A+ की क्रेडिट रेटिंग दी गई है जिसके फलस्वरूप पिटकुल को ऋण में 0.25 फीसदी की छूट मिलेगी, जिसका सीधा लाभ प्रदेश के सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं को विद्युत टैरिफ में प्राप्त हो रहा है।
पिटकुल प्रबन्धन के सतत् प्रयासों के फलस्वरूप एनआरएलडीसी के साथ समन्वय स्थापित कर उत्तराखण्ड की टीटीसी लिमिट 1500 मेगावॉट से बढ़ाकर 1700 मेगावॉट हो गई है।
मुख्यमंत्री द्वारा रेखांकित लक्ष्य प्राप्ति कर पिटकुल द्वारा रूद्रपुर एवं लालकुआं रेलवे ट्रैक्शन सबस्टेशन हेतु विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण किया गया, जिससे औद्योगिक आवगमन सुगम होगा एवं कार्बन उत्सर्जन में कमी आयेगी।
पिटकुल द्वारा मै0 गोल्ड प्लस इंडस्ट्री क्षेत्र में 14 फरवरी 2024 को स्विचिंग स्टेशन ऊर्जीकृत किया गया, जिससे औद्योगिक क्षेत्र को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हुयी है। 132 केवी पिथौरागढ़-चम्पावत लाईन के ऊर्जीकरण के साथ मुख्यमंत्री की दूर दृष्टि के परिणाम जनपद-चम्पावत की सम्मानित जनता को लो वोल्टेज एवं ट्रिपिंग की समस्या से राहत प्राप्त हुयी। उक्त लाईन के निर्माण में पिटकुल द्वारा रिकार्ड सर्वाधिक 1274 मी. लम्बाई का स्पॉन विशेष कण्डक्टर उपयोग कर सरयू नदी को पार किया गया।
वर्ष 2023-24 में सीएसआर के अन्तर्गत मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा जनपद चम्पावत में तकनीकी शिक्षा के प्रचार प्रसार हेतु ‘‘कम्प्यूटर ऑन व्हील’’ मोबाईल कम्प्यूटर वाहन का लोकार्पण व 62 राजकीय इंटर कालेजों में 220 कम्प्यूटर की स्थापना की गयी।
इसके साथ ही संघ के पदाधिकारियों द्वारा मांग पत्र पर चर्चा से पूर्व पारेषण तंत्र को और अधिक सुदृढ करने एवं पारेषण हानियों को कम करने हेतु अपने निम्नवत् सुझाव प्रदान किये गयेः
पारेषण उपलब्धता बढाने के लिये हॉट लाइन मेन्टिनेंस पर विचार किया जाये। 0.2 क्लास एक्यूरेसी के मीटर लगाये जाने पर विचार किया जाये।
संवेदनशील टॉवरों को चिन्हित कर क्षतिग्रस्त टॉवरों हेतु ईआरएस टॉवर की व्यवस्था किये जाने पर विचार किया जाये।
पारेषण उपकेन्द्र निर्माण के साथ-साथ उपकेन्द्र परिसर में आवासीय कॉलोनी का निर्माण ससमय किये जाने पर विचार किया जाये। पारेषण उपकेन्द्र एवं लाइनों का प्रोटेक्शन ऑडिट किये जाने पर विचार किया जाये। केन्द्रीय भण्डार का गठन किये जाने पर विचार किया जाये। निष्प्रयोज्य वाहनों हेतु स्क्रेप पॉलिसी बनाये जाने पर विचार किया जाये।
इस सम्बन्ध में प्रबन्ध निदेशक महोदय द्वारा पारेषण उपलब्धता बढ़ाये जाने हेतु हॉट लाइन मेन्टिनेंस किस राज्य तथा पावरग्रिड में हो रहा है, की जानकारी प्राप्त करने तथा उक्त के आधार पर Cost Analysis कर प्रस्तुतिकरण तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। पारेषण उपकेन्द्र निर्माण के साथ-साथ उपकेन्द्र परिसर में आवासीय कॉलोनी के निर्माण के सम्बन्ध में प्रबन्ध निदेशक महोदय द्वारा एसोसिएशन को अवगत कराया गया कि यथासम्भव उपकेन्द्र परिसर में आवासीय कॉलोनी का निर्माण कराया जा रहा है तथा यह भी अवगत कराया गया कि देखा गया है कि आवासीय कॉलोनी में कार्मिकों द्वारा आवास नहीं किया जा रहा है, जिस हेतु प्रबन्ध निदेशक महोदय द्वारा एसोसिएशन से कार्मिकों को आवासीय कॉलोनी में आवास करने हेतु प्रेरित किये जाने का अनुरोध किया गया। इसके साथ ही अन्य सुझावों पर एसोसिएशन को समुचित अध्ययन एवं विश्लेषण कर प्रस्ताव प्रस्तुत करने हेतु भी कहा गया।
निष्प्रयोज्य वाहनों हेतु स्क्रेप पॉलिसी के सम्बन्ध में निदेशक (परिचालन) को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने तथा पारेषण उपकेन्द्र एवं लाइनों का प्रोटेक्शन ऑडिट करवाने हेतु एच0एस0 ह्यांकी, मुख्य अभियन्ता को निर्देशित किया गया।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा मांग पत्र पर वार्ता करते हुये अवगत कराया गया कि पिटकुल के कार्मिकों को देय मोबाईल, लैपटॉप क्रय करने के लिये आवश्यक नीति बनाने हेतु कमेटी को निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही पिटकुल के स्टॉफ स्ट्रक्चर के पुनरीक्षण करने हेतुु
एचएस ह्यांकी, मुख्य अभियन्ता की अध्यक्षता में कमेटी का गठन करने हेतु निर्देश प्रदान किये गये।
अन्त में प्रबन्ध निदेशक द्वारा एसोसिएशन के पदाधिकारियों/सदस्यों को द्विपक्षीय वार्ता में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाये जाने एवं सहयोग प्रदान करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए वार्ता का समापन किया गया।
इस अवसर पर प्रबन्ध निदेशक पीसी ध्यानी, निदेशक (परिचालन) जीएस बुदियाल, मुख्य अभियन्ता एचएस ह्यांकी, मुख्य अभियन्ता अनुपम सिंह, महाप्रबन्धक (मासं) अशोक कुमार जुयाल, महाप्रबन्धक (वित्त) मनोज कुमार, उपमुख्य कार्मिक अधिकारी, विवेकानन्द एवं वरिष्ठ लेखाधिकारी, अजय कुमार शर्मा एवं उत्तरांचल पावर इन्जीनियर्स एसोसिएशन की ओर से अध्यक्ष वाईएस तोमर, महासचिव राहुल चानना, आशुतोष सिंह उपाध्यक्ष, मुकेश कुमार, संयुक्त सचिव, राजेश, कोषाध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष कार्तिकेय दुबे एवं पंकज कुमार, सदस्य आदि उपस्थित रहे।