पहाड़ का सच रूदपुर।
मुख्यालय रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप थाने में दर्ज 13 करोड़ रुपए के गबन के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि फर्जी साइन और मुहरbके जरिए ये खाते से ये पैसे निकाले गए थे। इस मामले में पुलिस ने बैंक मैनेजर और कैशियर को अरेस्ट किया है। वहीं अन्य संदिग्ध व्यक्तियों की भी जांच की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि राष्ट्रीयराजमार्ग-74(सितारगंज- काशीपुर) अनुभाग के कंपिटेंटऑथिरिटी लैंड एक्जिविशन (काला) और भारतीय राष्ट्रीय ,अलग-अलग व्यक्ति के बैंक में आने की पुष्टि हुई। जांच के दौरान यह भी पता चला कि सरकारी चेक लेकर आने वाले व्यक्ति को सर्वप्रथम रिसीविंग प्राप्ति दी जाती है। इसके अलावा बैंक से निश्चित धनराशि से अधिक के चेक के लिए खाता धारक की पॉजिटिव कंफर्मेशन ली जाती है। मामले में संलिप्तता पाए जाने पर बैंक मैनेजर देवंद्र सिंह निवासी अपना घर कुंडेश्वरी और कैशियर प्रियम सिंह निवासी आवास विकास थाना ट्रांजिट कैंप को 3 सितंबर को आवास विकास सिंडीसइंड बैंक से गिरफ्तार किया गया।
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि दो सितंबर को विशेष अध्यापित अधिकारी कोस्तुभ मिश्रा ने ट्रांजिट कैंप थाना पुलिन को तहरीर दी थी। तहरीर में उन्होंने बताया कि काला और एनएचएआई-74 के संयुक्त बैंक खाते से करीब 13 करोड़ 51 लाख रुपए अज्ञात व्यक्तियों ने निकाल लिए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने एक तरफ जहां इंडसइंड बैंक के कर्मचारियों से पूछताछ की तो वहीं सीसीटीवी फुटेज को भी खंगालना शुरू किया।
सीसीटीवी वीडियो में 28 अगस्त, 31 अगस्त और 2 सितंबर को चेक लेकर तीन ऑथिरिटी लैंड एक्जिविशन (काला) और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का संयुक्त खाता रुद्रपुर के एक बैंक में है। इसी संयुक्त खाते से फर्जी चेक से करीब 13 करोड़ 51 लाख 46 हजार रुपए का गबन किया गया है। जिसका खुलासा उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने किया।