पहाड़ का सच, देहरादून।
करोड़ो रूपये के रजिस्ट्री फर्जीवाड़ा व जमीनों की खरीद फरोख्त के मामले में ईडी ने लगातार दो दिन फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपियों के घर पर रेड की। इस दौरान ED की टीमों ने 24.50 लाख रुपये नकद, 58.80 लाख रुपये सोने व चांदी के गहने और 11.50 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों से फ्रीज व सीज की है।
फर्जी रजिस्ट्री घोटाला मामले में पांच राज्यों में ED की रेड
इसके साथ ही टीमों ने भारी मात्रा में जमीनों से जुड़े दस्तावेज व रजिस्ट्री, डीजिटल उपकरण भी अपने कब्जे में ली है। छापेमारी की कार्रवाई खत्म होने के बाद अब ईडी जल्द ही आरोपियों को नोटिस भेजने की कार्रवाई करेगी। ईडी आरोपियों की संपत्ति के बारे में भी पूरी पूछताछ करेगी।
गत शुक्रवार को ईडी ने उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और असम में 18 ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी रजिस्ट्री फर्जीवाड़े व करोड़ों की जमीन बेचने वाले भूमाफिया के ठिकानों पर थी। देहरादून से असम तक हुई इस छापेमारी में ईडी ने रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में शामिल आरोपितों के व भूमाफिया के ठिकानों से बड़ी संख्या में दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। बताया जा रहा है कि अधिकतर दस्तावेज संपत्ति से जुड़े हुए हैं।
जुलाई-2023 में रजिस्ट्री फर्जीवाड़े का मामला देहरादून के रजिस्ट्री कार्यालय में सामने आया था। इस संबंध में जिलाधिकारी सोनिका को गोपनीय शिकायत मिली थी। शिकायत थी कि कुछ अधिवक्ताओं ने प्रापर्टी डीलर व भूमाफिया से मिलकर सब रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकार्ड रूम में करोड़ों रुपये की जमीनों के रजिस्ट्रियों के रिकार्ड बदल दिए हैं। कलेक्ट्रेट के राजस्व अभिलेखागार से इनके रिकार्ड भी गायब कर दिए गए थे। मामले में सब रजिस्ट्रार कार्यालय के कुछ कार्मिकों की भी संलिप्तता मिली। पुलिस अब तक रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में कुल 13 मुकदमे दर्ज कर 20 आरोपितों को जेल भेज चुकी है।
ईडी की टीम ने देहरादून निवासी बिल्डर जितेंद्र खरबंदा व अजय पुंडीर के घर छापेमारी कर उनके निवास स्थान पर पूछताछ की। खरबंदा ट्रफलगर अपार्टमेंट धाेरण जबकि पुंडीर आरबोरिया अपार्टमेंट सहस्रधारा रोड पर रहते हैं। सुबह से लेकर रात तक ईडी की टीमों ने दोनों से रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में संलिप्तता व जमीनों की खरीद फरोख्त को लेकर पूछताछ की और उनकी प्रापर्टी के दस्तावेज खंगाले। ईडी को पुंडीर व खरबंदा के घर से नकदी व ज़मीनों के दस्तावेज मिले हैं।