– बाबा उत्तराखंडी स्मृति दिवस पर कृतज्ञ उत्तराखंडियों ने बाबा को दी श्रद्धांजलि
पहाड़ का सच कर्णप्रयाग। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि बाबा उत्तराखंडी ने राज्य आंदोलन में अपना अमूल्य बलिदान दिया है। गोदियाल कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
गोदियाल ने कहा कि बाबा उत्तराखंडी 11 फरवरी 1997 को पहली बार लैंसडाउन के देवीधुरा चोटी पर पृथक राज्य के लिए भूख हड़ताल पर बैठे किंतु प्रशासन द्वारा जबरन उठा लिए गए। नवंबर 2000 में उत्तराखंड राज्य अस्तित्व में आया, किंतु बाबा गैरसैंण राजधानी का सपना पाले हुए थे।
गोदियाल ने कहा कि दुर्गम स्थानों में अनशन कर अपनी मांग सरकार तक पहुंचाना उनकी जिद बन गयी थी। 2 जुलाई 2004 से बेनीताल के टोपरी उड़्यार में शुरू भूख हड़ताल बाबा का अंतिम आंदोलन साबित हुआ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गोदियाल ने आयोजकों एवं मेला समिति द्वारा किए इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी एवं समिति सदस्यों के द्वारा दिए स्नेह हेतु आभार प्रकट किया।