ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 09 अगस्त 2024*
*⛅दिन – शुक्रवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2081*
*⛅अयन – दक्षिणायन*
*⛅ऋतु – वर्षा*
*🌦️ अमांत – 26गते श्रावण मास प्रविष्टि*
*🌦️ राष्ट्रीय तिथि – 19 आषाढ़ मास*
*⛅मास – श्रावण*
*⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – पंचमी रात्रि 03:14 अगस्त 10 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*⛅नक्षत्र – हस्त रात्रि 02:44 अगस्त 10 तक तत्पश्चात चित्रा*
*⛅योग – सिद्ध दोपहर 01:46 तक तत्पश्चात साध्य*
*⛅राहु काल – प्रातः 10:43 से दोपहर 12:22 तक*
*⛅सूर्योदय – 05:40*
*⛅सूर्यास्त – 07:04*
*⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:46 से 05:30 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:19 से दोपहर 01:11*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:23 अगस्त 10 से रात्रि 01:07 अगस्त 10 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण – नाग पंचमी*
*⛅विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है | (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹वर्षा ऋतु का खास प्रयोग🔹*
*🔸 ५०० ग्राम हरड़ चूर्ण व ५० ग्राम सेंधा नमक का मिश्रण बना लें । (उसमें १२५ ग्राम सोंठ भी मिला सकते हैं ।) २-४ ग्राम यह मिश्रण दिन में १-२ बार लेने से ‘रसायन’ के लाभ प्राप्त होते हैं ।*
*🔸 नागरमोथा, बड़ी हरड़ और सोंठ तीनों को समान मात्रा में लेकर बारीक पीस के चूर्ण बना लें । इस चूर्ण से दुगनी मात्रा में गुड़ मिलाकर बेर समान गोलियाँ बना लें । दिन में ४-५ बार १-१ गोली चूसने से कफयुक्त खाँसी में राहत मिलती है ।*
*🔸 १ से ३ लौंग भूनकर तुलसी पत्तों के साथ चबाकर खाने से सभी प्रकार की खाँसी में लाभ होता है ।*
*🔸 वर्षा ऋतु में दमे के रोगियों की साँस फूले तो १०-२० ग्राम तिल के तेल को गर्म करके पीने से राहत मिलती है । ऊपर से गर्म पानी पियें ।*
*🔸 भोजन के पूर्व नींबू और अदरक के रस में सेंधा नमक डालकर पीने से मंदाग्नि व अजीर्ण में लाभ होता है ।*
*🔸 कब्ज की तकलीफ होने पर रात में त्रिफला चूर्ण लें । रात का रखा हुआ आधा से एक लीटर पानी सुबह बासी मुँह पीने से कब्ज का नाश होता है ।*