ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 03 अगस्त 2024*
*⛅दिन – शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2081*
*⛅अयन – दक्षिणायन*
*⛅ऋतु – वर्षा*
*🌤️ अमांत 19 गते श्रावण मास प्रविष्टि*
*🌤️ राष्ट्रीय तिथि 12 आषाढ़ मास*
*⛅मास – श्रावण*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – चतुर्दशी दोपहर 03:50 तक तत्पश्चात अमावस्या*
*⛅नक्षत्र – पुनर्वसु प्रातः 11:59 तक तत्पश्चात पुष्य*
*⛅योग – वज्र प्रातः 11:01 तक तत्पश्चात सिद्धि*
*⛅राहु काल – प्रातः 09:02 से प्रातः 10:42 तक*
*⛅सूर्योदय – 05:37*
*⛅सूर्यास्त – 07:09*
*⛅दिशा शूल – पूर्व दिशमें*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:44 से 05:28 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:19 से दोपहर 01:12*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:24 अगस्त 04 से रात्रि 01:08 अगस्त 04 तक*
*⛅विशेष – चतुर्दशी व अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास और तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹नौकरी – व्यवसाय में सफलता, आर्थिक समृद्धि एवं कर्ज मुक्ति हेतु कारगर प्रयोग…*
*🔸पद्म पुराण के अनुसार हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है।*
*🔸शनिवार के दिन पीपल में काले तिल, दूध, गुड़, पानी मिलाकर चढ़ायें एवं प्रार्थना करें – ‘ हे प्रभु ! आपने गीता में कहा है कि वृक्षों में पीपल मैं हूँ। हे भगवान ! मेरे जीवन में यह परेशानी है। आप कृपा करके मेरी यह परेशानी ( परेशानी , दुःख का नाम लेकर ) दूर करने की कृपा करें। पीपल का स्पर्श करें व प्रदक्षिणा करें।*
*🔹कलह-क्लेश, रोग व दुर्बलता मिटाने का उपाय🔹*
*🔸जिसको घर में कलह-क्लेश मिटाना हो, रोग या शारीरिक दुर्बलता मिटाना हो वह इस चौपाई की पुनरावृत्ति किया करे :*
*बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौ पवन-कुमार।*
*बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ।।*
*🔹नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए🔹*
*🔸अमावस्या के दिन पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*
*🌹अमावस्या को आहुति प्रयोग🌹*
*धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*
*सामग्री : १. काले तिल २. जौ ३. चावल ४. गाय का घी ५. चंदन पाउडर ६. गूगल ७. गुड़ ८. देशी कर्पूर , गौ चंदन या कण्डा।*
*विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें ।*
*आहुति मंत्र -*
*१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
*२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
*३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
*४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
*५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*
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