– आपदा में राहुल गांधी की अपील पर कांग्रेस ने सीतापुर में रोकी पदयात्रा
– स्थितियां सामान्य होने पर फिर शुरू होगी पदयात्रा: माहरा
– पदयात्रा से केदारनाथ उपचुनाव में धाम की प्रतिष्ठा व सोना चोरी प्रकरण बना बड़ा मुद्दा
पहाड़ का सच सीतापुर / रुद्रप्रयाग।
भारी प्राकृतिक आपदा को देखते कांग्रेस की केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा बचाओ पदयात्रा मौसम ठीक होने तक रोक दी गई है। केदारनाथ पैदल रूट के कई जगह ध्वस्त होने से सीतापुर में यात्रा को रोकना पड़ा। राहुल गांधी के निर्देश पर यात्रा स्थगित की गई। पदयात्रा का समापन 2/3 अगस्त को केदारनाथ धाम में होना था।पदयात्रा से केदारनाथ उपचुनाव में धाम की प्रतिष्ठा व सोना चोरी प्रकरण बड़ा मुद्दा बन गया है। इससे भाजपा सहित बदरी नाथ केदारनाथ मंदिर समिति के लोगों में बैचेनी है।
दिल्ली में केदारनाथ धाम के निर्माण की योजना सामने आने के बाद कांग्रेस ने विरोधस्वरूप 24 जुलाई को पदयात्रा हरकी पैड़ी हरिद्वार से शुरू की थी। बीते दस दिन में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता 200 किमी पैदल दूरी तय कर सीतापुर तक पहुंच गए थे। उस बीच कुछ दिन से जारी भारी बारिश ने केदारनाथ पैदल रूट को तहस नहस कर दिया। प्रदेश में आई आपदा में विभिन्न स्थानों पर मौतें भी हुई। .इधर, रास्ते में फंसे तीर्थयात्रियों को सकुशल बाहर निकालने का अभियान जारी है।
पदयात्रा में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदीप टम्टा, प्रीतम सिंह,रंजीत रावत, हरक सिंह रावत,गोदावरी थापली समेत कई नेता व कार्यकर्ता सीतापुर पहुंच चुके थे। 2/3 अगस्त को पदयात्रा का समापन केदारनाथ धाम में होना था। लेकिन अब यात्रा स्थगित होने के कारण समापन की नयी तारीख तय की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने शुक्रवार की सुबह सीतापुर में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ध्वजारोहण कर पहले आपदा में जान गंवा चुके लोगों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा । उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने केदार घाटी में आई आपदा के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए सभी यात्रियों से अपील की है कि केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा को स्थितियां सामान्य होने तक स्थगित कर दिया जाय ।
उन्होंने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से आपदा राहत कार्यों में जुटने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने यात्रा में शामिल सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लगातार दस दिनों तक दो सौ किलोमीटर पैदल चल कर जिस संकल्प शक्ति का परिचय दिया वह प्रशंसनीय और अनुकरणीय है।
उन्होंने कहा कि हम यात्रा को इसी चरण में पूरा करना चाहते थे किंतु आपदा से जो स्थितियां उत्पन्न हुई हैं इसमें हमारा पहला कर्तव्य प्रभावित लोगों की सहायता करना है इसलिए अब हम यात्रा को स्थगित कर आपदा प्रभावितों की सहता करेंगे और स्थितियां सामान्य होने के पश्चात दोबारा यात्रा यहीं(सीतापुर) से शुरू करेंगे।
कांग्रेस की केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा बचाओ पदयात्रा से प्रदेश का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। पदयात्रा से निकट भविष्य में होने वाले केदारनाथ उपचुनाव में धाम की प्रतिष्ठा व सोना चोरी प्रकरण एक बड़ा मुद्दा अवश्य बन गया है जिससे सतारूढ़ दल के साथ बीकेटीसी के सरमायेदारों में बैचेनी है।