शराब व्यापारी लगा रहे थे सरकार को करोड़ों की चपत
. आयातित शराब पर पकड़ी करोड़ों की कर चोरी, कई लाख सरेंडर
पहाड़ का सच देहरादून। राज्य कर विभाग ने शराब व्यापारियों के यहां मारे छापे में 2 करोड़ की कर चोरी पकड़ी। जॉच टीम ने मौके पर ही 54 लाख रुपए जमा कराए।
मिली जानकारी के मुताबिक चार शराब व्यापारियों द्वारा अन्य राज्यों से मंगाई गई 15 करोड़ की शराब मंगाई गई थी। लेकिन इस आयातित शराब पर कोई कर नहीं दिया गया।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा को कुछ समय से प्रान्त बाहर से आयातित शराब / लीकर पर करदाताओं द्वारा कर चोरी किये जाने के संबंध में इनपुटस् प्राप्त हो रहे थे। जिसकी जॉच हेतु विशेष अनुसंधान शाखा, देहरादून द्वारा अधिकारियों की 4 टीमें गठित की गयी।
प्राथमिक जॉच / सर्वेक्षण में पाया गया कि लीकर के 4 बड़े व्यापारियों द्वारा प्रान्त के बाहर से बड़ी मात्रा में लीकर की खरीद की जा रही है । और खरीदे गए माल की बिक्री पर मूल्य वर्धित कर अधिनियम 2005 के अन्तर्गत कोई कर अदा नहीं किया जा रहा था।
विशेष अनुसंधान शाखा द्वारा जाँच में पाया कि इन चार व्यापारियों द्वारा लगभग 15 करोड से ज्यादा की शराब/लीकर प्रान्त के बाहर से मंगाई गई है। जिस पर मूल्य वर्धित कर अधिनियम 2005 के अन्तर्गत 2 करोड़ से अधिक की करदेयता बनती है। इस सम्बन्ध में शराब व्यापारियों जांच टीम को कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाये।
व्यापारियों द्वारा अपनी गलती स्वीकार करते हुए कुल रू० 54 लाख स्वेच्छा से सरेंडर/जमा किये है। सर्वेक्षण पर कई महत्वपूर्ण डाटा/अभिलेख कब्जे में लिए गये है।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि कब्जे में लिए गए अभिलेखों की जॉच की के बाद ही कर चोरी की धनराशि का सही आंकलन हो पायेगा । उसके बाद सम्बन्धित करदाताओं से विभाग द्वारा कर की धनराशि व्याज एवं अर्थदण्ड सहित वसूली की जायेगी।
विभाग द्वारा जीएसटी लागू होने के बाद शराब की खरीद बिक्री करने वाले व्यापारियों पर पहली बार यह कार्यवाही की गयी है। इसके दृष्टिगत शराब/लीकर के अन्य व्यापारियों बार / रेस्टॉरेट का डेटा का विश्लेषण भी विभाग द्वारा किया जा रहा है, जिस पर आगे आने वाले दिनों पर कार्यवाही की जायेगी।
यह कार्रवाई आयुक्त राज्य कर के निर्देशन एवं गढ़वाल जोन के अपर आयुक्त पी०एस० डुंगरियाल के मार्गदर्शन पर श्याम तिरूवा, संयुक्त आयुक्त (वि० अनु०शा०/ प्र०) राज्य कर, देहरादून के नेतृत्व में गठित टीमों के द्वारा की गयी ।
जांच टीम में सुरेश कुमार, उपायुक्त, जयदीप रावत, अवनीश पाण्डेय, उमेश दुबे, सहायक आयुक्त राम लाल जोशी, भूपेन्द्र सिंह जगपांगी, कंचन थापा, राज्य कर अधिकारी एवं श्रीमती संगीता बिजल्वाण, राज्य कर निरीक्षक सहित देहरादून संभाग के अधिकारियों सहित लगभग 20 अधिकारी- कर्मचारी शामिल थे।(साभार )