पहाड़ का सच हल्द्वानी।
उत्तराखंड के लोक गायक प्रहलाद मेहरा का आकस्मिक निधन हो गया । उनके निधन की खबर मिलते ही संगीत प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है।
उत्तराखंड के वरिष्ठ लोक गायक प्रहलाद सिंह मेहरा का जन्म 04 जनवरी 1971 को पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी तहसील चामी भेंसकोट में एक राजपूत परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम हेम सिंह है वह शिक्षक रह चुके हैं, उनकी माता का नाम लाली देवी है। प्रहलाद मेहरा को बचपन से ही गाने और बजाने का शौक रहा, और इसी शौक को प्रहलाद मेहरा ने व्यवसाय में बदल लिया।
उन्होंने उत्तराखंड को बहुत से लोक गीत दिए है जिनमें एक मेरा दनपुरा, छक छीना पर आप कभी न कभी जरूर थिरके होंगे। उनके गाने उत्तराखंड की संस्कृति कर उत्तराखंड के जीवन को दर्शाते थे।
बताया जा रहा है की उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ और हल्द्वानी के कृष्ण हॉस्पिटल में उन्होंने आखिरी सांस ली ।