पहाड़ का सच काशीपुर।
काशीपुर तहसील में विजिलेंस की कार्रवाई के विरोध में आज यहां तहसील परिसर में राजस्व कर्मी धरने पर बैठ गए हैं। राजस्व कर्मियों की मांग है कि इस मामले की न्यायिक जांच की जाये।
बताते चलें कि बीते रोज काशीपुर तहसील में एक व्यक्ति की शिकायत पर आय प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में एक पटवारी व उसके सहयोगी को सात हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। उस दौरान भी वहां इस कार्रवाई का भारी विरोध किया गया था। इसी मामले को लेकर आज राजस्व कर्मियों का आक्रोश फूट पड़ा और विजिलेंस की कार्रवाई के विरोध में राजस्व कर्मी धरने पर बैठे गए हैं।
धरने पर बैठे राजस्व कर्मियों का कहना है कि इस मामले में पटवारी को बेवजह फंसाया गया है। उनका कहना है कि गलत प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पटवारियों व राजस्व कर्मियों पर नाजायज दबाव बनाया जाता है। गलत काम नहीं करने पर विजिलेंस का खौफ दिखाकर डराया जाता है। राजस्व कर्मी का कहना था कि यदि प्रमाण पत्र नहीं बन रहा था तो तहसीलदार, एसडीएम,या जिलाधिकारी से बात की जा सकती थी सीधे विजिलेंस तक पहुंचना उचित नहीं था। उन्होंने साफ़ तौर पर आरोप लगाया कि निजी खुन्नस में एक ईमानदार पटवारी को फंसाया गया है।
वहीं राजस्व कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की। राजस्व कर्मियों ने इस मामले में विजिलेंस को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि छापा मारने से पहले विजिलेंस के अधिकारियों को मामले की सत्यता का पता लगाना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं करके एक ईमानदार पटवारी को बेवजह अपमानित किया गया।
धरने पर बैठने वाले राजस्वकर्मी उत्तराखंड लेखपाल संघ के जिला महामंत्री गौरव चौहान ,दौलत सिंह तहसील सचिव, जगतार सिंह, अरूण चौहान,शिशु कुमार,फूल सिंह, संजीव चौहान,जीत अरोरा,अनुज कुमार, मुकेश कुमार,अकरम अली,मनीश गुसाई, नासिर अली व मनोज कुमार आदि शामिल थे।