पहाड़ का सच, रुद्रप्रयाग
12 फरवरी से उपनल कर्मचारी हड़ताल पर हैं। वे नियमितीकरण का हाईकोर्ट के आदेश को लागू करने, सरकार का सर्वोच्च न्यायालय में विशेष याचिका को वापस लिए जाने, जिन पदों पर नियमित नियुक्ति की जा रही है, उन पदों पर तैनात कार्मिकों को ना हटाए जाने की मांग कर रहे हैं।
उपनल कर्मियों का कहना हैं कि विभिन्न विभाग एवं निकायों में उपनल कर्मचारी 10 से 15 सालों से कार्यरत हैं, लेकिन अभी तक ना ही समान कार्य के लिए समान वेतन लागू हुआ है और ना ही नियमितीकरण को लेकर कोई कार्रवाई हो सकी है। जिससे कर्मचारियों में खासा रोष बना हुआ है। ऐसे में उनकी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह अपने परिवार का भरण पोषण सही प्रकार से नहीं कर पा रहे हैं। जिससे उन्हें बार-बार आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है।
इस दौरान उपनल कर्मचारी संगठन ने समान कार्य के लिए समान वेतनमान समेत कई मांगों को लेकर बाजार में कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान गुस्साए उपनल कर्मचारियों ने सरकार का पुतला दहन किया। कर्मचारियों ने कहा कि देहरादून में उपनल कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई है, जिससे पूरे प्रदेश के उपनल कर्मचारियों में आक्रोश बना हुआ है। यदि सरकार ने उपनल कर्मचारियों की मांगों को नहीं माना तो धर्म परिवर्तन के साथ ही लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा।
कहा कि जब तक उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। बताया कि रविवार यानि आज जनपद के उपनल कर्मचारी देहरादून के लिए कूच करेंगे, जिससे सरकार पर दबाव बनाया जा सके।