– प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में तैनात महिला कर्मी ने सदस्य सचिव सुशांत पटनायक पर लगाये उत्पीड़न के गम्भीर आरोप
– लिखित शिकायत पर मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद हटाया पटनायक को, डीएम दून व शासन की कमेटी करेगी जांच
पहाड़ का सच,देहरादून।
महिला कर्मी से अभद्रता के आरोप में आईएफएस सुशांत पटनायक को पीसीबी से हटा दिया गया है। लिखित शिकायत पर मुख्यमंत्री के आदेश के बाद आरोपी आईएफएस को वन मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया।
मामले की जांच देहरादून की डीएम सोनिका को सौंपने के अलावा शासन स्तर पर कार्यस्थल पर महिला उत्पीड़न को लेकर गठित बिशाखा समिति भी आईएफएस पर लगे आरोपों की जांच करेगी।
दिवंगत भाजपा नेता की पुत्री के साथ हुई इस घटना के बाद हलचल बढ़ गई है। इस मुद्दे पर आक्रोशित परिजनों ने गुरुवार को आईटी पार्क स्थित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय में भी जमकर हंगामा किया। मिली जानकारी के मुताबिक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में कार्यरत एक महिला कर्मी ने आईएफएस व सदस्य सचिव सुशांत पटनायक पर छेड़छाड़ व उत्पीड़न की लिखित शिकायत की। शिकायती पत्र में पटनायक पर गंभीर आरोप लगाए गए। कार्यस्थल पर उत्पीड़न से जुड़े गंभीर मामले की पुलिस व शासन के स्तर पर तत्काल मामले की पुष्टि की गई।
जब मामला सीएम तक पहुंचा तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। सुशांत पटनायक को मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया । प्रमुख सचिव आर के सुधांशु ने गुरुवार को हटाने के आदेश दिए।
कार्यालय आदेश
एतत्द्वारा श्री सुशान्त कुमार पटनायक, भारतीय वन सेवा (उत्तराखण्ड संवर्ग), मुख्य वन संरक्षक व सदस्य सचिव, उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, देहरादून को तत्काल प्रभाव से शासन के अग्रिम आदेशों तक प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ), उत्तराखण्ड, देहरादून के कार्यालय से सम्बद्ध किया जाता है।
(रमेश कुमार सुधांशु) प्रमुख सचिव ।
इस बारे में आईएफएस सुशांत पटनायक का कहना है कि ” मेरे पिता का हाल ही में निधन हो गया है, मैं उड़ीसा गया था, परसों आकर विभाग में कार्यभार ग्रहण किया, इस पर सभी लोग शोक संवेदना दे रहे थे। मुझ पर महिला कर्मचारी से अभद्रता का जो आरोप लगाया है उससे मैं खुद हैरान हूं।