
– चुनी गईं सर्वश्रेष्ठ आठ टीम, अक्टूबर में गोवा में आयोजित राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भाग लेंगी

– बिजली उत्पादन के साथ देश के सामाजिक व आर्थिक उत्थान में मदद कर रहा है टीएचडीसी: महाराज
– खेल आयोजनों से अंतरराष्ट्रीय पहचान हासिल कर रही है टिहरी झील: सीएमडी टीएचडीसी
पहाड़ का सच, टिहरी।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा आयोजित ‘ओपन नेशनल कैनोइंग स्प्रिंट सीनियर एक्स (पुरुष और महिला) चैंपियनशिप और 37वें राष्ट्रीय खेल 2023 के क्वालीफायर का समापन हो गया है। 22 राज्यों के 450 खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। चुनी गई आठ टीमें अक्टूबर में गोवा में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेंगी।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा टिहरी झील में आयोजित चार दिवसीय टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप-2023 के समापन समारोह में मुख्य अतिथि पर्यटन, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज थे। जे. बेहेरा, निदेशक (वित्त), टीएचडीसीआईएल, एल. पी. जोशी, परियोजना प्रमुख (टिहरी कॉम्प्लेक्स), डॉ. ए. एन. त्रिपाठी, अपर महाप्रबंधक (मा.सं. एवं केन्द्रीय संचार), प्रशांत कुशवाह, अध्यक्ष, भारतीय कयाकिंग और कैनोइंग एसोसिएशन, डॉ. डी. के. सिंह, महासचिव, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन, सहित अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री महाराज ने टीएचडीसी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि टीएचडीसी ऊर्जा दोहन के सभी क्षेत्रों में हमेशा अग्रणी रहा है और राष्ट्र के विकास में लगातार योगदान के अलावा देश के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे खेल आयोजनों से प्रदेश में खेल पर्यटन की संभावनाएं भी उभर कर आई हैं।
महाराज ने भारत में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए युवा खिलाड़ियों को ऐसी खेल गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के महत्व पर जोर दिया व सभी विजयी प्रतिभागियों और एथलीटों को जीत की बधाई दी।
जे. बेहेरा निदेशक (वित्त) ने सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि टीएचडीसी ने भारतीय कयाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन और आईटीबीपी के तकनीकी सहयोग से ओपन नेशनल कैनोइंग स्प्रिंट सीनियर (पुरुष और महिला) चैंपियनशिप और 37वें राष्ट्रीय खेल-2023 के लिए क्वालीफायर का 14 से 17 सितंबर 2023 तक सफलतापूर्वक आयोजन किया। .उन्होंने बताया कि इस रोमांचक प्रतियोगिता में 22 राज्यों के कुल 450 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में कुल आठ सर्वश्रेष्ठ टीमें चुनी गई जो अक्टूबर 2023 में गोवा में आयोजित होने वाली प्रतिष्ठित राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेगी।
इस अवसर पर कार्पोरेशन के सीएमडी आर. के. विश्नोई ने देश के अग्रणी विद्युत उत्पादक के रूप में टीएचडीसीआईएल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला, जो सामाजिक विकास के लिए दृढ़ता से समर्पित है। उन्होंने युवा पीढ़ी को खेल प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करने में इस प्रकार के खेल आयोजनों की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया, ताकि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश का ध्वज सम्मान के साथ लहराता रहे। .विश्नोई ने उत्तराखंड के युवाओं को कयाकिंग और कैनोइंग जैसे साहसिक खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने ऐसे आयोजनों के बहुआयामी प्रभाव को भी रेखांकित किया । साथ ही रोजगार सृजन, पर्यटन को बढ़ावा देने और राज्य के भीतर एक सुदृढ़ खेल संस्कृति को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि इस प्रकार की प्रतिष्ठित खेल गतिविधियों के परिणामस्वरूप टिहरी झील उत्तरोत्तर अंतरराष्ट्रीय पहचान हासिल कर रही है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड सक्रिय रूप से खेल एवं साहस की भावना को बढ़ावा देते हुए देश की प्रगति एवं विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ है।
एल. पी. जोशी परियोजना प्रमुख (टिहरी कॉम्प्लेक्स) ने इस राष्ट्रीय स्तर की जल क्रीड़ा प्रतियोगिता की सफल मेजबानी में समग्र मार्गदर्शन और समर्थन के लिए टीएचडीसीआईएल प्रबंधन का धन्यवाद व्यक्त किया। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड 1587 मेगावाट की प्रचालनात्मक क्षमता के साथ देश का प्रमुख विद्युत उत्पादक बना हुआ है। इसमें उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट एवं द्वारका में 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना, उत्तर प्रदेश के झाँसी में 24 मेगावाट की दुकुवा लघु जल विद्युत परियोजना और केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना की सफलतापूर्वक कमिशनिंग को इसका श्रेय जाता है।
