
पिटकुल के एमडी ध्यानी के नेतृत्व में निगम के अफसर आयोग से मिले

जाफरपुर-रूद्रपुर रेलवे लाइन व पिथौरागढ़-चम्पावत ट्रांसमिशन लाइन को उर्जीकृत करने पर मिली बधाई
पहाड़ का सच,देहरादून ।
बहुप्रतीक्षित जाफरपुर-रूद्रपुर रेलवे लाइन तथा पिथौरागढ़-चम्पावत ट्रांसमिशन लाइन के ऊर्जीकृत होने पर नियामक आयोग द्वारा प्रबन्ध निदेशक, पिटकुल एवं टीम की सराहना की गयी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में पिटकुल द्वारा 220 केवी जाफरपुर-रूद्रपुर रेलवे लाईन तथा 132 केवी पिथौरागढ़-लोहाघाट जनपद चम्पावत लाईन को ऊर्जीकृत किया गया है। इस उपलक्ष्य में पिटकुल प्रबन्ध निदेशक पीसी ध्यानी द्वारा आज 8 जून को अपनी टीम के साथ माननीय उत्तराखण्ड विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष श्री डीपी गैरोला व सदस्य (तकनीकी) एमके जैन कोे धन्यवाद ज्ञापित करते हुये पुष्प-गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा सचिव नीरज सती, व निदेशक श्री प्रभात किशोर डिमरी, रजनीश माथुर व संयुक्त निदेशक यशवर्धन डिमरी को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रबन्ध निदेशक ने उक्त कार्य शीघ्र सम्पादित किये जाने व समय-समय पर दिये गये मार्गदर्शन हेतु माननीय नियामक आयोग के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
प्रबन्ध निदेशक पिटकुल पीसी ध्यानी द्वारा अध्यक्ष यूईआरसी को अवगत कराया गया कि जाफरपुर-रूद्रपुर रेलवे पारेषण लाईन का कार्य रेलवे लाईन के विद्युतीकरण के लिये बहुप्रतीक्षित था, जिसका भारत सरकार के स्तर से लगातार अनुश्रवण किया जा रहा उक्त रेलवे लाईन के ऊर्जीकरण से जीरो-कार्बन एमिशन के लक्ष्य को प्राप्त करने में वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण कदम है।
एक अन्य अति महत्वपूर्ण 132 केवी पिथौरागढ़-लोहाघाट (चम्पावत) पारेषण लाईन को भी माननीय नियामक आयोग के सहयोग व पिटकुल के प्रबन्ध निदेशक पीसी ध्यानी के कुशल नेतृत्व में संशोधित तय तिथि से पहले पूर्ण कर लिया गया। जिसपर नियामक आयोग द्वारा प्रबन्ध निदेशक एवं उनकी टीम की भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा बरम उपकेन्द्र के प्रयोग व सम्बन्धित लाईनों की प्रगति से भी माननीय आयोग को अवगत कराया व निर्माण संशोधित लक्षित तिथि से पहले पूर्ण होने के लिये आश्वस्त किया। प्रबन्ध निदेशक द्वारा पिटकुल की अन्य क्रियान्वित परियोजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में भी माननीय नियामक आयोग को अवगत कराया व आश्वस्त किया कि पिटकुल देश की अग्रणी पारेषण यूटिलिटी बनने की ओर अग्रसर है व भविष्य में आने वाली परियोजनायें संशोधित निर्धारित तिथि के अन्तर्गत अवश्य पूर्ण होंगी। अध्यक्ष एवं सदस्य (तकनीकी) माननीय नियामक आयोग द्वारा भी पूर्ण सहयोग के लिए पिटकुल को आश्वस्त किया गया। उपरोक्त बैठक के दौरान विभिन्न पारेषण उपकेन्द्र जिनपर कम लोड है पर लोड शिफ्ट करने की चर्चा की गयी ।
इस अवसर पर पिटकुल के मुख्य अभियन्ता कमल कान्त, महाप्रबन्धक (वित्त) एस के तोमर, मुख्य अभियन्ता जितेन्द्र चतुर्वेदी, अनुपम शर्मा, अधीक्षण अभियन्ता पंकज चौहान, श्रीमती सायमा कमाल एवं अधिशासी अभियन्ता राजीव सिंह आदि उपस्थित रहें।
