पहाड़ का सच/एजेंसी
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 18 जनवरी से दिल्ली के जंतर-मंतर पर जारी देश के शीर्ष पहलवानों का धरना प्रदर्शन खत्म हो गया है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों के साथ शुक्रवार देर रात बैठक के बाद डब्लूएफआई प्रमुख पर लगे आरोपों की जांच के लिए एक समिति बनाने की घोषणा की और उन्हें निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया, जिसके बाद पहलवानों ने अपना धरना प्रदर्शन स्थगित करने का फैसला किया। डब्ल्यूएफआइ अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों की जांच के लिए इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने भी एक 7 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है।
खेल मंत्रालय तीन सदस्यीय जांच समिति के सदस्यों के नामों की आज घोषणा करेगा. यह समिति 4 सप्ताह में बृजभूषण शरण सिंह और WFI के अन्य पदाधिकारियों पर लगे सभी आरोपों की जांच करेगी और अपना रिपोर्ट खेल मंत्रालय को सौंपेगी। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है, तब तक बृजभूषण शरण सिंह डब्ल्यूएफआई और उसके कामकाज से खुद को अलग रखेंगे। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में बृजभूषण शरण सिंह ने WFI अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वह किसी की पैरवी या रहम से अध्यक्ष नहीं बने हैं, बल्कि मतदान प्रक्रिया के तहत निर्वाचित हुए हैं।