
* यशपाल और संजीव आर्य की वापसी का राहुल ने किया था खैर मकदम*
पहाड़ का सच, देहरादून।
छह दिन इंतजार के बाद पूर्व काबीना मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत की कांग्रेस में वापसी हो गई। बहू अनुकृति समेत हरक सिंह की पांच साल बाद कांग्रेस में वापसी के वक्त गर्मजोशी देखने को नहीं मिली। दूसरा, यशपाल और संजीव आर्य की घर वापसी का राहुल गांधी ने खुद खैर मकदम किया था जबकि हरक सिंह की वापसी के वक्त न सोनिया गांधी दिखीं और न राहुल गांधी दिखाई दिए।
पार्टी के बड़े नेताओं की इस बेरुखी के कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मचाने वाले पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की आखिरकार कांग्रेस में वापसी हो ही गई। पिछले 6 दिनों से ना नकुर के बाद शुक्रवार को उनकी जॉइनिंग करा ली है। हरक के साथ उनकी बहु अनुकृति गोसाई भी कांग्रेस में शामिल हो गई है। अनुकृति को लैंसडाउन से टिकट मिल सकता है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अनुकृति गुसाईं रावत को स्टार प्रचार से तौर पर इस्तेमाल करेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक टिकट की शर्त पर हरक की कांग्रेस में वापसी हुई है। पार्टी से या तो हरक सिंह रावत को या फिर उनकी बहू को टिकट मिल सकता है।
इससे पहले बुधवार को उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा था कि हरक सिंह रावत के बारे में फैसला लेने का अधिकार उनके पास नहीं है। उनके संबंध में पार्टी आलाकमान फैसला करेगा। वो किसी से नाराज नहीं हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को तय करना है कि उन्हें पार्टी में शामिल कराना है या नहीं। उस संबंध में जो भी फैसला होगा उसे वो स्वीकार करेंगे। वहीं हरक सिंह रावत भाजपा से बाहर होने के बाद काफी भावुक नजर आए थे। उन्होंने आरोप लगाया की बीजेपी ने उनके साथ धोखा किया है। हरक सिंह ने यह भी कहा कि 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे। जिसमें भाजपा सत्ता से बाहर होगी और कांग्रेस 40 सीटों के साथ सरकार बनाएगी।
