
देहरादून। श्री श्री बालाजी सेवा समिति (रजिस्टर्ड), देहरादून द्वारा 51+ निर्धन एवं ज़रूरतमंद परिवारों की कन्याओं के 28दिसंबर को होने वाले सामूहिक विवाह 2025 का शुभ एवं भव्य आगाज़ श्री श्याम कीर्तन के साथ किया गया। यह आयोजन श्रद्धा, सेवा और सामाजिक समरसता का अद्भुत उदाहरण बनकर उभरा।

श्री श्याम कीर्तन का आयोजन सामूहिक विवाह कार्यक्रम की पहली कड़ी के रूप में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सहभागिता की। समिति के अनुसार कीर्तन के बाद अब अगले चरण में 27 दिसंबर को घुड़चढ़ी एवं मेहंदी की रस्में संपन्न होंगी, जिनकी तैयारियां भी जोरों पर हैं।

वहीं 28 दिसंबर 2025 को देहरादून एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनेगा, जब हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज/स्कूल परिसर में 51 से अधिक जोड़े एक साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लेंगे। समिति के पदाधिकारियों के अनुसार, इतने बड़े स्तर पर एक साथ विवाह संपन्न होना न केवल देहरादून बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व का विषय होगा और यह दिन निश्चित रूप से इतिहास में विशेष स्थान बनाएगा।
इस भव्य आयोजन में समिति की कार्यकारिणी की सक्रिय भूमिका रही।
समिति की कार्यकारिणी इस प्रकार रही।
श्री अखिलेश अग्रवाल संस्थापक / अध्यक्ष
श्री संजय अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष
ओमप्रकाश गुप्ता, उपाध्यक्ष
मनोज खंडेलवाल, सचिव
चन्द्रेश अरोड़ा, कोषाध्यक्ष
उमाशंकर रघुवंशी, प्रचार सचिव मनमोहन लखेड़ा, मीडिया प्रभारी
राजेश चौरसिया सह-कोषाध्यक्ष
अविनाश अग्रवाल, स्वागत सचिव
पंकज चाँदना मंच संचालक
मनोज गोयल प्रचार प्रमुख
*कार्यक्रम कार्यकारणी*
रामपाल धीमान ,
विजय बिष्ट,
राजीव गुप्ता,
प्रेम क्षेत्री
मनीष जेलवाल
स्वागत समिति-
अंशुल गुप्ता
पवन अग्रवाल
गगन अग्रवाल
मन्नू भाटिया
स्पर्श खंडेलवाल
उज्जवल अग्रवाल
स्पर्श अग्रवाल
कार्यक्रम का लाइव प्रसारण श्री श्याम जगत चैनल के माध्यम से किया गया, जिससे देश-विदेश में बैठे श्रद्धालु भी इस पावन अवसर के साक्षी बने।
कीर्तन स्थल पर पंडाल के दोनों ओर कन्यादान में दिए जाने वाले घरेलू सामानों का आकर्षक एवं व्यवस्थित प्रदर्शन किया गया। बेड, टेबल, कूलर, ड्रेसिंग टेबल, चूल्हा सहित लगभग 175 से अधिक आवश्यक गृहस्थी सामग्री पूर्ण सेट के साथ सजाई गई थी, जिसे देखने के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
श्याम बाबा का अलौकिक एवं अद्भुत श्रृंगार श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना रहा। वहीं कोलकाता से पहली बार पधारे शुभम–रूपम, इंदौर से शिवम रावल और सेलाकुई से उदित अनुभव नारायण के भजनों ने ऐसा समां बांधा कि श्रद्धालु पूरी तरह श्याम भक्ति में लीन हो गए।
कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से आए कई सम्मानित व्यक्ति, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिन्होंने समिति के इस सेवा-भावपूर्ण कार्य की खुले मंच से प्रशंसा की।
श्री श्री बालाजी सेवा समिति ने विश्वास व्यक्त किया कि 27 और 28 दिसंबर के कार्यक्रम भी उसी भव्यता, अनुशासन और सेवा भावना के साथ संपन्न होंगे तथा यह आयोजन आने वाले वर्षों के लिए प्रेरणा बनेगा।
