
– पीसीसी ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ, कईयों ने पार्टी के फैसले को सराहा

– पार्टी के कई लोगों का कहना , बड़े व बड़बोले नेताओं के लिए भी संहिता बने
देहरादून। स्पष्ट बोलने वाले और लाग लपेट की राजनीति से दूर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पार्टी में अनुशासन का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया है जो कांग्रेस के लिए जरूरी भी है। अनुशासन का पहला असरदार पाठ अधिसंख्य मीडिया पैनलिस्टों को पढ़ाया गया है। नए पाठ में हिदायत दी गई है कि प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति के बिना कोई भी मीडिया पैनलिस्ट पार्टी से मुतालिक बयान जारी नहीं कर सकता है।

कुछ समाचार पत्रों ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र भंडारी के हवाले से उपरोक्त आशय की खबर प्रकाशित की है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के नए निर्देश के बाद एक दो दिन से ये देखने में आया कि कांग्रेस मीडिया पैनलिस्टों की खबरें मीडिया में नहीं आ रही हैं।

ये सच है कि कांग्रेस में पिछले कुछ सालों से ये चलन हो गया था कि अध्यक्ष से बड़ी खबरें प्रवक्ताओं/पैनलिस्टों की छप रही थीं। पार्टी के कई लोगों का मानना है कि ये अच्छी पहल है। पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी सतहों में अनुशासन होना ही चाहिए। प्रवक्ताओं /पैनलिस्टों की तरह कुछ बड़बोले नेताओं के बिगड़े बोल पर भी पाबंदी लगनी चाहिए। हाल ही में कांग्रेस के अलावा भाजपा सरकार में मंत्री रहे डॉक्टर हरक सिंह रावत के एक बयान के बाद उपजे भारी विरोध के कारण पार्टी अध्यक्ष गणेश गोदियाल व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को समुदाय विशेष से माफी मांगनी पड़ी।
