
देहरादून। उत्तराखण्ड के युवा लोकगायक रुहान भारद्वाज और करिश्मा शाह ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदेश का नाम एक बार फिर उज्ज्वल किया है। दोनों कलाकारों को ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया संसद में भारतीय कला, संस्कृति तथा उत्तराखण्डी लोकसंगीत को वैश्विक स्तर पर फैलाने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

यह सम्मान 30 नवम्बर को संसद सदस्य (Member of Parliament) लुबा ग्रिगोरोविच द्वारा प्रदान किया गया।
सम्मान प्राप्ति से पूर्व, दोनों कलाकार 29 नवम्बर को मेलबर्न स्थित शहर के सबसे बड़े एवं प्रतिष्ठित श्री दुर्गा मंदिर में आयोजित माँ भगवती जागरण में सम्मिलित हुए। यहाँ रुहान और करिश्मा ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से न केवल उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि उत्तराखण्ड के लोकधुनों की अनूठी पहचान को भी प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया।
आयोजन के सफल संचालन में विशेष सहयोग के लिए गैरी वर्मा जी और केतन राजपाल जी का आभार व्यक्त किया गया है।
गौरतलब है कि रुहान भारद्वाज मूल रूप से उत्तरकाशी से हैं तथा करिश्मा शाह टिहरी गढ़वाल की निवासी हैं। दोनों युवा कलाकारों की यह उपलब्धि सम्पूर्ण उत्तराखण्ड के लिए अत्यंत गर्व का विषय है।
