
विभागीय नियमावली के तहत ही होगी नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती

विपक्ष के आरोप के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री का बयान आया सामने
पहाड़ का सच देहरादून। राज्य में नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस के आरोप के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि इस मामले में विपक्ष प्रदेश के युवाओं को गुमराह कर रहा है जबकि उक्त विभागों में नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती उत्तराखंड अधीनस्थ नर्सिंग (अराजपत्रित) सेवा (संशोधन) नियमवाली, 2022 में निहित प्राविधानों के अनुरूप राज्य चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से की जा रही है।


कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि जानबूझकर कुछ युवाओं की भर्ती प्रक्रिया को रोका गया है। बुधवार को कुछ छात्रों ने गोदियाल से भेंट कर अपनी समस्या बताई थी। विपक्षी दलों द्वारा लगाये गये आरोपों को खारिज करते हुए डॉ. रावत कहा कि विपक्षी दलों ने हमेशा प्रदेश के युवाओं को बरगलाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की रोजगारपरक नीतियों से विपक्षी दल परेशान हैं, जिसके चलते वह अब युवाओं को गुमराह करने में जुटे हैं।

जिसके तहत लिखित परीक्षा के स्थान पर वर्षवार मेरिट के आधार पर पारदर्शिता से भर्ती की गई। जिसमें प्रदेश के युवाओं का चयन हुआ था न कि बाहरी राज्यों के व्यक्तियों का। .डॉ रावत ने बताया कि यह प्रक्रिया सिर्फ एक बार के लिये की गई। जबकि अब आगे की नर्सिंग भर्ती परीक्षा पूर्व की भांति नियमावली के अनुरूप आयोजित की जायेगी। उन्होंने बताया कि युवाओं की मांग पर ही चयन बोर्ड को नई भर्ती का अधियाचन भेजा गया है।
विरोध की बजाय अपने कार्यकाल की उपलब्धि गिनायें विपक्षः डॉ. रावत
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के उस बयान को निराशा एवं हताशा का द्योतक बताया जिसमें वह नर्सिंग अधिकारी भर्ती को लेकर सरकार पर बिना जानकारी के मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं के पास जनता के सामने अपनी उपलब्धि गिनाने के लिये कुछ भी नहीं है लिहाजा विपक्ष सरकार की उपब्धियों से बौखलाकर युवाओं के साथ ही आम जनता को भी गुमराह कर सत्ता पर काबिज होना चाहती है।
डॉ. रावत ने कहा कि प्रदेश की जनता काफी समझदार और शिक्षित है जो भती-भांति जानती है कि कौन राजनीतिक दल उनका हितैषी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार के जनकल्याणकारी नितियों व विकास कार्यों से घबरा गया है ऐसे में झूटे आरोप लगाना विपक्ष की नियति बन गई है।
