
पहाड़ का सच/एजेंसी।

कोलकाता। ईडी ने सहारा समूह के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर ओपी श्रीवास्तव को लाखों करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया है। निवेशकों से बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और शेल कंपनियों के जरिये फंड की हेराफेरी का आरोप है।
सुब्रत रॉय की मौत के बाद संपत्तियों की बिक्री में भी उनकी भूमिका संदेह के घेरे में रही है। जांच के दौरान 707 एकड़ भूमि की जब्ती के बाद ओपी श्रीवास्तव का नाम सामने आया है।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि श्रीवास्तव को पूछताछ के लिए कोलकाता स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में बुलाया गया था। दिनभर चली लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जांच एजेंसी का कहना है कि पूछताछ के दौरान श्रीवास्तव संघीय एजेंसी को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे और पोंजी फर्मों से जुड़ी धोखाधड़ी पर सही जानकारी नहीं दे रहे थे।
जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि श्रीवास्तव हाल ही में ईडी की जांच के दायरे में तब आए, जब एजेंसी ने समूह की 707 एकड़ जमीन जब्त की थी। इस गहन जांच के दौरान ही उनका नाम सामने आया, जिसके बाद ईडी ने शिकंजा कसा।
ईडी का आरोप है कि निवेशकों से धोखाधड़ी के इस विशाल मामले में श्रीवास्तव की अहम भूमिका है और उनकी गिरफ्तारी से समूह के भीतर धन के अवैध लेन-देन और संपत्ति की बिक्री से जुड़े कई राज सामने आ सकते हैं।
