
पहाड़ का सच/एजेंसी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक में प्रस्तावों को जमीनी स्तर तक पहुंचाने पर जोर दिया गया है। संगठन की गतिविधियों की समीक्षा हुई और भविष्य की योजनाओं पर विचार किया गया। कार्यकर्ताओं को सामाजिक समरसता और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया, साथ ही ज्यादा से ज्यादा युवाओं को संघ से जोड़ने पर जोर दिया गया है।
संघ का मुख्य ध्यान प्रस्तावों को निचले स्तर तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने पर रहा। शताब्दी वर्ष के लिए निर्धारित कार्यक्रमों की निगरानी और क्रियान्वयन पर भी चर्चा की गई।
समीक्षा बैठक का क्रम रविवार को पूरे दिन जारी रहा। गृह संपर्क अभियान और विशिष्टजनों से संपर्क करने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श हुआ। नशाखोरी और मतांतरण प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने के उपायों पर भी चर्चा की गई।
इस बैठक में सरसंघचालक डा. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित क्षेत्रीय और प्रांत पदाधिकारी उपस्थित रहे। संघ के प्रांत पदाधिकारी अब वापस लौट रहे हैं, जबकि शीर्ष टोली के पदाधिकारी तीन नवंबर को फिर बैठक करेंगे। सरसंघचालक पांच नवंबर को जबलपुर से रवाना होंगे।
