
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय त्रिपालीसैंण में हुआ भव्य आयोजन

सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं और योजनाओं की जानकारी से गूंजा परिसर
पौड़ी/त्रिपालीसैंण। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जनपद पौड़ी के विकासखंड थलीसैंण के अंतर्गत कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय त्रिपालीसैंण में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला, जहाँ बालिकाओं ने अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास का परिचय दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ ब्लॉक प्रमुख थलीसैंण सुनीता देवी एवं विद्यालय की प्रधानाचार्या सुधा गौड़ द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि बालिकाएँ समाज की रीढ़ हैं, उन्हें शिक्षित और सशक्त बनाना ही वास्तविक विकास का मार्ग है।
कार्यक्रम में बालिकाओं ने नृत्य, गीत, कविता और नाट्य प्रस्तुति जैसे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सभी का मन मोह लिया। इसके साथ ही कन्या भ्रूण हत्या चुनौतियाँ एवं समाधान विषय पर भाषण, निबंध एवं पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में सोनल ने प्रथम, तनिष्का ने द्वितीय और सोनम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं निबंध प्रतियोगिता में सोनल प्रथम, शिवांशी द्वितीय व कंचन तृतीय स्थान पर रही। प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया, जिससे बालिकाओं में उत्साह का संचार हुआ।
कार्यक्रम के दौरान 15 बालिकाओं को किशोरी किट वितरित की गयीं, जिनमें स्वच्छता, स्वास्थ्य और आत्म-सुरक्षा से जुड़ी आवश्यक सामग्री सम्मिलित थी।
वन स्टॉप सेंटर की प्रशासिका लक्ष्मी रावत ने छात्राओं को पाॅक्सो अधिनियम, राष्ट्रीय महिला हेल्पलाइन (181), बाल विवाह निषेध कानून और महिलाओं से संबंधित अन्य सुरक्षा प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को अपने अधिकारों और सुरक्षा उपायों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे हर परिस्थिति में आत्मनिर्भर बन सकें।
मिशन शक्ति के जिला समन्वयक विकास बहुगुणा ने छात्राओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, नंदा गौरा योजना तथा मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत मिलने वाले लाभों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाएं महिलाओं और बालिकाओं के सर्वांगीण विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही हैं।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या सुधा गौड़ ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि बालिकाओं को केवल शिक्षित ही नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर, जागरूक और सशक्त बनाना ही हमारी प्राथमिकता है।
