
– नाबालिग की नृशंस हत्या का आरोपी चचेरा भाई

उधमसिंह नगर । जनपद के जसपुर पुलिस ने एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और नृशंस हत्या के जघन्य मामले का खुलासा मात्र 12 घंटे के भीतर कर दिया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने खून से सना ब्लेड और कपड़े भी बरामद किए हैं, जो इस मामले के अहम सबूत बने।
नाबालिग की दुष्कर्म के बाद हत्या, आक्रोशित ग्रामीणों ने हाइवे किया जाम
जसपुर क्षेत्र के एक गांव में हुई इस दर्दनाक घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। अपराध की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने तुरंत एक्शन लेते हुए 10 अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया और आरोपी की तलाश शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र की छानबीन के साथ-साथ स्थानीय लोगों से पूछताछ की। जांच के दौरान सामने आई एक अहम जानकारी बच्ची के रोने की आवाज ने पुलिस को सही दिशा दी। इसी सुराग पर काम करते हुए पुलिस ने एक संदिग्ध पर फोकस किया, जिसका व्यवहार पुलिस को देखकर असामान्य हो गया था।
पूछताछ में घबराए आरोपी ने आखिरकार अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि उसने नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद पहचान उजागर होने के डर से उसकी हत्या कर दी थी। आरोपी की निशानदेही पर मिले हथियार और कपड़े पुलिस के लिए ठोस सबूत साबित हुए। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी पर पहले से ही कोतवाली जसपुर में एक गंभीर मुकदमा दर्ज है, जो उसकी आपराधिक प्रवृत्ति को दर्शाता है। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की हर ओर सराहना हो रही है।
मामले के अनुसार जसपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति की 14 साल की बेटी दोपहर को घर से एक धार्मिक स्थल पर प्रसाद लेने के लिए गई थी, पर वह चार बजे तक घर नहीं लौटी। परिजनों ने तलाश शुरू की। इसी समय किसी ग्रामीण ने गन्ने के खेत में एक शव पड़े होने की सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को सरकारी अस्पताल पहुंचाया। उधर, नाबालिग की हत्या के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे । ग्रामीणों ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पहले अस्पताल से शव नहीं उठने दिया। फिर हाईवे पर जाम लगा दिया था।
एसएसपी मणिकान्त मिश्रा ने अपनी टीम की पीठ थपथपाते हुए उन्हें इस कठिन और संवेदनशील मामले को इतनी तेजी से सुलझाने के लिए बधाई दी।