

– कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए राष्ट्रीय स्तर की उद्यमिता प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका — रचनात्मकता, नवाचार और एंटरप्रेन्योरशिप को दिखाने का मंच

देहरादून। UPES ने अपने स्कूल ऑफ बिज़नेस और रनवे इनक्यूबेटर के सहयोग से ‘फ्यूचर फाउंडर्स चैलेंज 2025’ की शुरुआत की है। यह एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की उद्यमिता प्रतियोगिता है, जिसका उद्देश्य कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को नवाचार, समस्या-समाधान और उद्यमशील सोच के माध्यम से प्रेरित करना है। यह चैलेंज युवाओं को अपने विचारों को वास्तविक समाधान में बदलने, स्टार्टअप जर्नी को अनुभव करने और राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अनूठा अवसर प्रदान करता है।
प्रतिभागियों को विशेषज्ञों और मेंटर्स के साथ काम करने, कार्यशालाओं में भाग लेने और एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स को निखारने का मौका मिलेगा। यह पहल UPES की ‘यूनिवर्सिटी ऑफ टुमॉरो’ की दृष्टि और ‘स्टार्ट-अप यूनिवर्सिटी’ के रूप में नवाचार-संस्कृति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। साथ ही, यह ‘स्टार्टअप इंडिया’, ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ और ‘अटल इनोवेशन मिशन’ जैसे राष्ट्रीय अभियानों को भी समर्थन देती है।
UPES ने पूरे भारत के स्कूलों से आह्वान किया है कि वे अपने सबसे रचनात्मक और नवाचारशील छात्रों को इस परिवर्तनकारी यात्रा के लिए नामित करें। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कक्षा 9 से 12 तक के छात्र 2 या 3 छात्रों की टीमों में एक ही स्कूल से भाग ले सकते हैं। प्रत्येक टीम को एक अलग नाम के साथ एक यूनिक आइडिया प्रस्तुत करना होगा। एक स्कूल से कई टीमें नामांकित की जा सकती हैं।
आवेदन की अंतिम तिथि 28 सितंबर 2025 है, जबकि पंजीकरण प्रक्रिया 14 अगस्त 2025 से शुरू हो चुकी है। शॉर्टलिस्ट की गई टीमों की घोषणा 1 अक्टूबर 2025 को होगी, जिसके बाद 6, 11 और 15 अक्टूबर को ऑनलाइन कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। टीमें 27 अक्टूबर तक अपनी अंतिम पिच डेक जमा करेंगी और 31 अक्टूबर को फाइनलिस्ट की सूची जारी की जाएगी। ग्रैंड फिनाले (तिथि शीघ्र घोषित की जाएगी) UPES कैंपस, देहरादून में आयोजित किया जाएगा, जहां सर्वश्रेष्ठ विचारों को प्रतिष्ठित जूरी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
विजेता टीम को ₹1,00,000 का नकद पुरस्कार मिलेगा, जबकि उपविजेता को ₹50,000 प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा, उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम ज़ोन से ज़ोनल विजेताओं और रनर-अप्स को क्रमशः ₹50,000 और ₹25,000 की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जाएगा। मौद्रिक पुरस्कारों के साथ-साथ, प्रतिभागियों को मार्गदर्शन, एक्सपोजर और UPES रनवे इनक्यूबेटर के माध्यम से इन्क्यूबेशन के अवसर भी मिल सकते हैं।
प्रो. राहुल नैनवाल, सीनियर डायरेक्टर, स्कूल ऑफ बिज़नेस एवं सीईओ, रनवे इनक्यूबेटर ने कहा, “UPES में हम मानते हैं कि एंटरप्रेन्योरशिप केवल स्टार्टअप शुरू करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी सोच है जो नवाचार, लचीलापन और समस्या-समाधान को बढ़ावा देती है। ‘फ्यूचर फाउंडर्स चैलेंज’ हमारे लिए एक माध्यम है जिससे हम युवा छात्रों को साहसी सोच, निर्णायक कदम और समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य उन्हें एंटरप्रेन्योरशिप की दुनिया में पहला कदम रखने का आत्मविश्वास और उपकरण देना है — ताकि वे कल के बदलाव लाने वाले लीडर्स बन सकें।”
रनवे इनक्यूबेटर अब तक ₹20 करोड़ से अधिक का फंड जुटा चुका है और विभिन्न राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय संस्थानों से समर्थन प्राप्त कर चुका है — जिसमें DST से ₹5 करोड़ का iTBI, NITI Aayog से ₹5 करोड़ का ACIC, BIRAC से ₹4.02 करोड़, और उत्तराखंड सरकार से ₹2 करोड़ का समर्थन शामिल है। इसके अलावा, MeitY से ₹2.5 करोड़ की सहायता और HDFC बैंक जैसी कंपनियों से CSR समर्थन ने रनवे को उत्तर भारत के अग्रणी इनोवेशन हब में स्थान दिलाया है।
QS 2025 रैंकिंग में भारत की अग्रणी निजी यूनिवर्सिटी के रूप में मान्यता प्राप्त UPES निरंतर नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा दे रही है। ‘फ्यूचर फाउंडर्स चैलेंज’ जैसी पहलों के माध्यम से, UPES आने वाली पीढ़ी के लीडर्स और इनोवेटर्स को तैयार करने के अपने मिशन को मजबूती से आगे बढ़ा रही है।
विस्तृत प्रतियोगिता गाइड के लिए www.upes.ac.in/future-founders-challenge पर जाएं या futurefounders@ddn.upes.ac.in पर संपर्क करें।
अन्य जानकारियों के लिए वेबसाइट देखें: www.upes.ac.in