

हल्द्वानी। शहर के मुखानी थाना क्षेत्र में बीते 30 जुलाई को हुई महिला योग प्रशिक्षक ज्योति मेर की रहस्यमयी मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा कर दिया है।

महिला योग प्रशिक्षक की हत्या के आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर, स्थानीय लोग उतरे सड़कों पर
नैनीताल जिले की पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड की परतें खोलते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आज बहुद्देशीय भवन मे प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने इस जघन्य अपराध का खुलासा करते हुए बताया कि ज्योति मेर की हत्या उसके ही फिटनेस सेंटर में काम करने वाले अभय कुमार उर्फ राजा ने की थी।
ज्योति मेर (35 वर्ष) मूल रूप से जोधपुर, राजस्थान की निवासी थीं, जो हल्द्वानी के जेकेपुरम, छोटी मुखानी में आशा पांडे के घर की तीसरी मंजिल पर किराए पर रह रही थीं। वे अजय योगा एंड फिटनेस सेंटर, बतौर योगा ट्रेनर काम कर रही थीं। 31 जुलाई 2025 की सुबह लगभग 6 बजे, ज्योति की मित्र निशा जोशी ने ज्योति की मां को फोन कर सूचना दी कि ज्योति अपने कमरे में बेसुध हालत में पड़ी है। जब परिवारजन मौके पर पहुंचे, तो ज्योति जमीन पर अचेत पड़ी थी। जांच में सामने आया कि, सिर के पिछले हिस्से में सूजन थी, गले और हाथों पर दबाव व खरोंच के निशान मौजूद थे।
परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए योगा सेंटर के संचालक अजय यदुवंशी और उसके छोटे भाई अभय यदुवंशी उर्फ राजा पर आरोप लगाया था। इस आधार पर थाना मुखानी में दिनांक 03/08/2025 को धारा 103(1)/3(5) ठछे के अंतर्गत केस दर्ज किया गया। एसएसपी नैनीताल के नेतृत्व में जांच टीमों ने घटनास्थल और आसपास केसीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति को मौके से निकलते हुए देखा गया, जिसकी पहचान अभय कुमार उर्फ राजा (24 वर्ष), निवासी गोल चौक वाल्मीकि नगर, पश्चिमी चंपारण, बिहार के रूप में हुई।
पुलिस टीमें उसकी तलाश में नेपाल तक पहुंचीं और अथक प्रयासों के बाद दिनांक 19 अगस्त 2025 को उसे नगला तिराहा, हल्द्वानी के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी अभय ने अपना जुर्म कबूल किया। उसने बताया कि अजय योगा फिटनेस सेंटर में प्रबंधन से संबंधित सभी जिम्मेदारियाँ वही संभालता था, लेकिन धीरे-धीरे ज्योति मेर ने यह ज़िम्मेदारियाँ अपने हाथ में ले लीं। अभय और ज्योति के बीच भाई-बहन जैसा रिश्ता था, लेकिन ज्योति और अजय के बीच अवैध संबंधों ने स्थितियों को जटिल बना दिया था।
अभय ने स्वीकार किया कि इसी कारणवश उसने ज्योति को अपने कमरे में जाकर दुपट्टे से गला दबाकर हत्या कर दी और फिर मौके से फरार हो गया। हत्या के बाद वह टैक्सी से बनबसा और फिर नेपाल भाग गया।पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त दुपट्ट भी बरामद कर लिया है, जो अपराध को प्रमाणित करने में मुख्य सबूत है।