
कई नेताओं के परिजन हारे, पूर्व मंत्री प्रीतम सिंह व शूरवीर सिंह सजवाण के बेटे जीते, राजेंद्र भंडारी की पत्नी हारी

यूकेडी नहीं दिखा पाई दमखम
पहाड़ का सच देहरादून।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अब तक आए नतीजों से एक बात साफ हो गई है कि भाजपा व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला है। जबकि निर्दलीय और बागियों ने भी अपनी ताकत दिखाकर पंचायतों के बोर्ड गठन के लिए नए समीकरण तैयार किए हैं। हालांकि अभी पूरे नतीजे आने बाकी हैं।
बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे से प्रदेश के 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू हो गई। मतगणना आज शुक्रवार देर शाम तक पूरी होने का अनुमान है। प्रधान के सभी 6,119 पदों के नतीजे पहले ही दिन देर शाम तक जारी हो गए।
अब तक सामने आए जिला पंचायत सदस्यों के नतीजों में भाजपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। बड़ी संख्या में निर्दलीय और दोनों दलों से बागी प्रत्याशियों ने भी जीत दर्ज की है। शुक्रवार की देर शाम तक जिला पंचायत के सभी पदों की मतगणना पूरी होने का अनुमान है। इसके बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि इन निर्दलीय बागी प्रत्याशियों का ऊंट किस करवट बैठेगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार प्रधान के 7,499, सदस्य क्षेत्र पंचायत के 2,974, सदस्य जिला पंचायत के 358 और सदस्य ग्राम पंचायत के 55,587 पदों को मिलाकर कुल 66,418 पदों के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी की थी। इनमें से 22,429 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। 32,907 पद रिक्त रह गए थे।
11,082 पदों के लिए दो चरणों में मतदान कराया गया था। इनके सापेक्ष 32,580 मैदान में थे। पहली बार आयोग ने वेबसाइट पर नतीजे भी जारी किए। इसमें सभी प्रत्याशियों के नाम, प्राप्त मत, खारिज मत की जानकारी भी दी गई।
जिला पंचायत सदस्य पद पर देर रात तक आए नतीजे
कुछ अपडेट: कई को बौना कर दिया साढ़े तीन फीट के लच्छू पहाड़ी ने
कई नेताओं के परिजन हारे, 21 साल की प्रियंका बनी ग्राम प्रधान
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा नेताओं के परिजनों को हार का मुंह देखना पड़ा। कई जगह रोचक परिणाम देखने को मिले। कई युवाओं ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल कर बड़े दलों को पीछे छोड़ा।
इधऱ,मतगणना के बीच ही भाजपा व कांग्रेस ने अपनी अपनी जीत के दावे किए हैं।
साढ़े तीन फीट के लक्ष्मण कुमार उर्फ लच्छू पहाड़ी ने उत्तराखंड पंचायत चुनाव में बागेश्वर ज़िले के गरुड़ ब्लॉक से बीडीसी पद पर जीत हासिल की.
जिला पंचायत सदस्य की 358 में से 321, क्षेत्र पंचायत सदस्य की 2974 से 2923, प्रधान ग्राम पंचायत के 7499 से 7394 रिजल्ट घोषित किये गए।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा नेताओं के पुत्र चुनाव हारने से झटका लगा है। भाजपा विधायक महेश जीना व सरिता आर्य के बेटे चुनाव हार गए। जबकि कांग्रेस के प्रीतम सिंह व शूरवीर सजवाण के बेटे चुनाव जीत गए।
हल्द्वानी में जिला पंचायत की निवर्तमान अध्यक्ष व भाजपा प्रत्याशी बेला टोलिया रामड़ीआन सिंह चुनाव हार गई। भाजपा में गए पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह भंडारी की पत्नी रजनी भंडारी चुनाव हार गई। टिकट नहीं मिलने के कारण वे निर्दलीय चुनाव लड़ रही थी।
टिहरी में कांग्रेस समर्थित सीता देवी जीतीं
टिहरी में पंचायत चुनाव रोचक हो गया है। भूत्सी जिला पंचायत सीट पर सीता देवी जीत गईं। 112 वोट से जीती सीता देवी। कांग्रेस समर्थित हैं सीता देवी। सीता देवी का नामांकन रद्द हुआ था। हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट से सीता देवी को राहत मिली थी।
चमोली जिले की प्रियंका नेगी सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान बनीं .गैरसैंण विकासखंड के आदर्श ग्राम सारकोट की रहने वाली है प्रियंका। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सारकोट गांव गोद लिया है।
चमोली पंचायत चुनाव नतीजों में प्रियंका नेगी सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान बनीं। महज 21 साल की उम्र में गांव की जिम्मेदारी संभालेंगी प्रियंका. गैरसैंण विकासखंड के आदर्श ग्राम सारकोट की रहने वाली है प्रियंका. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सारकोट गांव गोद लिया है
नैनीताल की ओखलकांडा में उलटफेर हुआ है। भाजपा नेता
राम सिंह कैड़ा की बहू चुनाव हारी. कूकना क्षेत्र पंचायत से मुन्नी कैड़ा चुनाव हारी.
प्रीतम सिंह के बेटे अभिषेक ने जीत का परचम लहराया। चकराता में कांग्रेस का कब्जा रहा।
पूर्व मंत्री के बेटे को मिली जीत पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण के बेटे अरविन्द सिंह सजवाण क्षेत्र पंचायत सीट छड़ियारा (देवप्रयाग) से जीत हासिल की।
सयाल्दे में बीजेपी को झटका
सयाल्दे के बबलिया क्षेत्र पंचायत सीट पर बीजेपी को झटका लगा है। भाजपा विधायक महेश जीना के पुत्र करन जीना चुनाव हार गए।
बागेश्वर के कपकोट ब्लॉक से बीजेपी को झटका
बागेश्वर के कपकोट ब्लॉक से बीजेपी को बड़ा झटका लगा है।
बागेश्वर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कपकोट ब्लॉक से बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. यहां पूर्व ब्लॉक प्रमुख गोविंद दानू बीडीसी चुनाव में सिर्फ 7 वोटों से हार गए.
रुद्रप्रयाग से भाजपा की बड़ी हार
रुद्रप्रयाग जिले के कांडारा जिला पंचायत सीट से भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है. यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई है. कांग्रेंस के अजयवीर ने भाजपा के सुमन नेगी को हराया.
बागेश्वर के गांव में मियां-बीवी का डंका बजा
पति प्रधान और पत्नी बनीं बीडीसी कपकोट के बिचला दानपुर क्षेत्र के लाथी क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए कुंजर सिंह कोरंगा और ग्राम प्रधान के पद पर से उनकी पत्नी रजनी कोरंगा ने जीत हासिल की है। कुंजर कोरंगा इस सीट से दूसरी बार सदस्य चुने गए हैं।
अल्मोड़ा में रोचक मुकाबला..21 साल की निकिता बनीं बीडीसी मेंबर, दर्ज की बड़ी जीत
अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लॉक की काफली ग्राम पंचायत के लोगों ने एक ही परिवार के दो सदस्यों को अपना प्रतिनिधि चुनकर गजब का संदेश दिया है। यहां की जनता ने पति को ग्राम प्रधान और पत्नी को बीडीसी सदस्य चुना है। जीत के बाद दोनों का कहना है कि क्षेत्र का विकास उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी।
बीटेक पास 22 साल की साक्षी बनी प्रधान
प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर पाबौ//कुई गांव की 22 वर्षीय साक्षी बनी प्रधान
पौड़ी जिले के पाबौ, कुई गांव की 22 वर्षीय साक्षी प्रधान चुनी गई। साक्षी देहरादून से बीटेक करके अपने गांव लौटी। जहां उन्होंने क्षेत्र का विकास करने की ठानी। इसके बाद उन्होंने ग्राम प्रधान के पद की दावेदारी की और आज साक्षी कुई गांव की प्रधान चुनी गई है। साक्षी ने कहा कि अपने बीटेक के अनुभव को वे गांव के विकास में लगाएंगी।
पर्ची से हुआ निर्णय
रुद्र्प्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के ग्राम कांदी गांव में पर्ची से लक्ष्मी देवी प्रधान घोषित हुई। उन्हें और पूनम देवी को 168-168 मत मिले। जिलाधिकारी प्रतीक जैन की मौजूदगी में पर्ची से निर्णय हुआ।
नैनीताल में हुआ उलटफेर
कविता नौलिया ने दर्ज की जीत.
ग्राम पंचायत बिधोली से चतर सिंह जीते.
ग्राम पंचायत भीतरली से सीमा देवी जीती.
ब्लॉक भीमताल से क्षेत्र पंचायत Lweshal सदस्य में विजयी हुई। कुमारी शालिनी उम्र 22 वर्ष की हैं।
अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया विकासखंड के कोट्यूड़ा टेड़ागांव की निकिता ने 21 साल की उम्र में क्षेत्र पंचायत सदस्य (बी.डी.सी.) बनकर इतिहास रचा ।
टॉस जीतकर 23 साल का नितिन बना प्रधान
चमोली जिला मंडल घाटी में सबसे कम उम्र के प्रधान बने नितिन. नितिन टॉस के जरिए प्रधान चुने गए. दशौली के बणद्वारा के 23 साल के नितिन और उनके प्रतिद्वंदी को 139-139 वोट मिले. इसके बाद टॉस से फैसला लिया गया है.
देहरादून जिला पंचायत सदस्य परिणाम सामने आ रहे हैं. अब तक 37 सीटों पर परिणाम घोषित हो चुके हैं. 37 में से 26 सीटे बीजेपी समर्थित और बीजेपी के बागी उम्मीदवार जीते हैं. 11 सीटों पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार जीते।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व चकराता के विधायक प्रीतम सिंह के सुपुत्र अभिषेक की बर्नाड वात्सिल से जीत के अलावा मंगरोली से वीरेंद्र सिंह, राएगी से श्याम सिंह, बायला से प्रवीण रावत, मोहना से केशर सिंह, लाखामंडल से अमिता वर्मा, आरा से दिवान सिंह तोमर, चंद्रोटी पुंडीर, एटनबाग से पिंकी रोहिला, केदारवाला से हेमलता आजाद, नवाबगढ़ से संजय किशोर, माजरी ग्रांट से सुखविंदर कौर ने जीत का परचम लहराया।
धस्माना ने बताया कि अभी तक चमोली से प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक गोपेश्वर के पिलांग से विपिन फर्स्वाण, सिमली से विक्रम सिंह कठैत, देवड़खदौरा से जयप्रकाश पंवार, कोठली से साक्षी नेगी, मालसी से कामेश्वरि नेगी, चौंडा से कलावती देवी ने जीत हासिल कर ली है।
शुक्रवार की दोपहर तक सभी परिणाम आने की उम्मीद है। कांग्रेस ने कई जगह मतगणना में धांधली की बात कही है। कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना व भाजपा प्रवक्ता मनवीर चौहान ने प्रचंड जीत का दावा किया है।
पंचायतों के परिणाम की वास्तविक तस्वीर शुक्रवार शाम तक साफ होगी कि किस दल ने कितनी सीटें जीती। गांवों में किस दल का दम दिखा।
