
कांग्रेस नेता ने सरकार को दी चुनौती, चुनाव नतीजे से पहले घोषित करे आरक्षण

कहा, पीपीपी मोड में दी गई स्वास्थ्य सेवाएं फेल, अब 550 स्कूल पूंजीपतियों को दे रही सरकार
पहाड़ का सच देहरादून।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर सरकार ने अभी तक आरक्षण तय नहीं किया है जबकि गुरुवार 31जुलाई को नतीजे आने वाले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की मंशा में खोट है। सरकार जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर कब्जा करना चाहती है।उन्होंने कहा कि यदि सरकार की मंशा साफ है तो पंचायत चुनाव नतीजे आने से पहले आरक्षण तय करे।
मंगलवार को कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में गोदियाल ने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव में भाजपा सरकार ने पंचायती राज कानून की धज्जियां उड़ाई हैं। ग्राम पंचायत व क्षेत्र पंचायत में आरक्षण चुनाव से पहले घोषित किया गया, लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अभी तक आरक्षण तय नहीं है। चुनाव नतीजे आने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद कब्जा करने के लिए सरकार अपनी इच्छा के अनुसार आरक्षण तय करना चाहती है।
उन्होंने मनसा देवी मंदिर में हुए हादसे की सिटिंग जज से न्यायिक जांच कराने की मांग की है।उन्होंने कहा कि मंदिर में श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिए पुलिस का इंतजाम होता तो हादसा टल सकता था। सरकार करंट लगने से भगदड़ मचने का भ्रामक प्रचार कर रही है। जबकि श्रद्धालुओं में आपसी तनातनी के चलते भगदड़ मची। .
गोदियाल ने कहा कि सरकार स्कूलों को गोद देने की बात कर रही है जो पूंजीपतियों के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि साल 2014 से सांसद विकास कार्यों के लिए गांव गोद ले रहे हैं। हैरत की बात है कि इन गांवों में विकास तो दूर सड़क तक नहीं बनी हैं। पीपीपी मोड पर संचालित स्वास्थ्य सेवाएं पहले ही फेल हो चुकी हैं। अब प्रदेश के 550 स्कूलों को उद्योगपतियों को सौंपने की तैयारी है। भाजपा सरकार गोद लेने की योजना पर काम रही है।
