
पाकिस्तान-दुबई कनेक्शन उजागर, दो एफआईआर दर्ज, कई आरोपी चिह्नित

पहाड़ का सच देहरादून।
पाकिस्तान, दुबई, यूपी, दिल्ली, गोवा और उत्तराखंड तक फैले हुए एक अवैध धर्मांतरण कराने वाले एक गिरोह का दून पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। ऑपरेशन कालनेमि के चल रही गतिविधियों के खिलाफ दून पुलिस ने जिसे पकड़ा है वो एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह है। गिरोह सोशल मीडिया के ज़रिए युवतियों का ब्रेनवॉश कर उन्हें इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा था। गिरोह का नेटवर्क पाकिस्तान, दुबई, यूपी, दिल्ली, गोवा और उत्तराखंड तक फैला हुआ है।
रानीपोखरी थाना क्षेत्र की एक 21 वर्षीय युवती की शिकायत पर पुलिस ने धर्मांतरण के प्रयास में शामिल अबु तालिब (मुजफ्फरनगर), अयान (दिल्ली), अमन (दिल्ली), अब्दुर रहमान (सहसपुर), और आयशा उर्फ कृष्णा (गोवा) के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया।
जांच में सामने आया कि युवती का सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क इन लोगों से हुआ। व्हाट्सऐप के जरिए उसे कलमा पढ़वाया गया और “मरियम” नाम दिया गया। उसे इस्लाम अपनाने के लिए मानसिक रूप से तैयार किया गया और दिल्ली ले जाकर जबरन निकाह कराने की योजना बनाई गई थी। .युवती को “सेफ हाउस” में रखने की भी साजिश रची गई थी, लेकिन आखिरी समय में उसने इनकार कर दिया।
पीड़िता के जरिये एक और केस से मिला।
पूछताछ में सामने आया कि उक्त मामले से प्रेमनगर क्षेत्र की एक अन्य युवती, मूलतः बरेली निवासी, भी जुड़ी थी। 28 वर्षीय इस युवती ने बताया कि लूडो स्टार जैसे ऑनलाइन गेम के माध्यम से उसकी दोस्ती पाकिस्तान के मौलवी तनवीर अहमद और दुबई निवासी तहसीन से हुई। इसी दौरान उसे जूम ऐप पर कुरान की शिक्षा दी गई और ऑनलाइन कलमा पढ़ाया गया।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि युवती से दुबई निवासी तहसीन के कहने पर पाकिस्तानी मौलवी को पैसे पहुंचाने के लिए बैंक खातों के माध्यम से ट्रांजेक्शन भी करवाया गया। दिल्ली में आधार कार्ड के पते में बदलाव कर उसका कन्वर्जन सर्टिफिकेट भी बनवाने की तैयारी थी। इस प्रकरण में भी प्रेमनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
.आगरा कनेक्शन भी उजागर, आरोपी रहे पहले से चिह्नित
विवेचना में सामने आया कि यह गिरोह आगरा पुलिस द्वारा पहले से पकड़े गए धर्मांतरण नेटवर्क से जुड़ा है। आगरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों में अबु तालिब, अब्दुल रहमान, अब्दुल रहीम, अब्दुल्ला और आयशा उर्फ कृष्णा – को कोर्ट से वारंट लेकर देहरादून लाया जाएगा। बाकी दो आरोपी – अयान और सुलेमान – की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई है।
दून पुलिस द्वारा जारी जांच में यह भी पाया गया कि आरोपी पहले स्वयं धर्मांतरण कर चुके हैं और अब सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य लोगों को बहलाकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहे हैं।
.दून पुलिस की सख्त चेतावनी
“ऑपरेशन कालनेमि” के तहत दून पुलिस द्वारा लगातार ऐसे व्यक्तियों की पहचान की जा रही है जो अपनी पहचान छिपाकर महिलाओं को धोखा दे रहे हैं। इस प्रकार के मामलों में सख्त वैधानिक कार्रवाई जारी है।
