
पहाड़ का सच देहरादून।
आज यूकेडी के महानगर अध्यक्ष देहरादून, विजेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल रेंज से मुलाकात की। पवित्र श्रावण माह में हो रही कावड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर उत्पात मचाने, ध्वनि प्रदूषण, ट्रैफिक बाधा व शांति व्यवस्था भंग करने के संबंध में अपना विरोध जताया।

कार्यालय प्रभारी देवचंद उत्तराखंडी ने कहा कि उत्तराखड, देवभूमि, तीर्थ और पर्यटन की भूमि है जो शांति, आस्था और सहयोग का प्रतीक है। कांवड़ यात्रा एक धार्मिक परंपरा है, जिसका उद्देश्य आत्मशुद्धि और भगवान शिव के प्रति आस्था प्रकट करना है। परंतु कुछ असामाजिक तत्व इस पवित्र यात्रा की आड़ में उपद्रव एंव सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, ध्वनि प्रदूषण, और स्थानीय लोगों को परेशान करने जैसे कुकृत्य कर रहे है।
वहीं केंद्रीय महामंत्री किरन रावत ने कहा कि कांवडियों द्वारा कई स्थानों पर इस प्रकार कि घटनाऐं आम हो गयी हैः-
1. कांवडियों द्वारा बेवजह सड़क जाम व दुर्घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
2. सड़कों पर मोटरसाइकिल रैली के नाम पर ट्रैफिक बाधित किया जा रहा है।
3. ज़बरदस्ती लाउडस्पीकर बजाए जा रहे हैं जिससे ध्वनि प्रदूषण हो रहा है।
4. राहगीरों, दुकानदारों और स्थानीय जनता के साथ अभद्रता और मारपीट की जा रही है।
5. उपद्रवियों को कानून का भय नही है। कानून को अपने हाथ में लेना उनके लिए आम बात है। जो कि धार्मिक कार्य नहीं, बल्कि एक घृणित अपराध हैं।
6. कई मामलों में षासन/स्थानीय पुलिस प्रशासन मौन है, या कांवड़ियों के दबाव में निष्क्रिय प्रतीत हो रहा है।
इस सम्पूर्ण प्रकरण हेतु उत्तराखण्ड क्रांति दल यह मांग करता है किः –
1-कांवड़ यात्रा में शामिल लोगों की स्पष्ट पहचान व पंजीकरण अनिवार्य किया जाए। इसके आभाव में में उत्तराखण्ड सीमा में प्रवेष वर्जित किया जाए।
2-ध्वनि यंत्रों के उपयोग पर समय व स्थान की सीमा निर्धारित हो।
3-उक्रांद सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करता है, परन्तु कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो, चाहे वह किसी भी संगठन से संबंधित हों। जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुर्नावृति न हो।
4-ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने हेतु विशेष बल की तैनाती की जाए। यदि कहीं भी उपद्रव या अनुशासनहीनता दिखें, तो तत्काल नजदीकी पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन पर सूचना की व्यवस्था हो जिससे उत्तपातियों पर अतिशीघ्र अंकुष लगाया जा सके।
5-आम जनता की सुरक्षा व शांति व्यवस्था के लिए हर संवेदनशील स्थान पर पुलिस बल व सीसीटीवी निगरानी सुनिश्चित की जाए। जिससे पीड़ित जनमानस को उचित न्याय मिल सके।
6-कांवडियों द्वारा घटित सड़क दुर्घटनाओं/उतपाद में जान – माल की नुकसान की भरपाई कांवडियों तथा सरकार द्वारा शीर्घ मौके पर करने की व्यवस्था की जाए।
इस वर्ष 13 जुलाई 2025, कांवड यात्रा शुरू होने से अभी तक कावडियों द्वारा कई स्थानों पर आम जन मानस की बेरहमी से पिटाई व व्यक्तिगत/सरकारी संपत्ति को नुकसान पुहंचाने वालों पर कानून की उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कठोर दंड दिया जाए। तथा कार्यवाही की सूचना आम जनता को सार्वजनिक की जाए जिससे जनता का शासन – प्रषासन पर विष्वास बना रहे।
उक्रांद कानून व्यवस्था व पुलिस प्रशासन का सम्मान करता है परन्तु इस प्रकार कांवडियों/यात्रियों के भेष में उत्तराखण्ड का शांत वातावरण को दूषित करने, सनातन/आस्था का मजाक बनाने वाले उत्पातियों/उपद्रवियों के प्रति सख्त विरोध जारी रखेगा।
ज्ञापन देने वालों में सह कार्यालय प्रभारी अशोक सिंह नेगी, महानगर कोषाध्यक्ष पंडित बिहारी लाल जगूड़ी, महिला महानगर उपाध्यक्ष ऋषिकेश मंजू कलूड़ा आदि उपस्थित रहेl
