
– शान और स्टेट्स सिंबल बनाने के लिए पाले जा रहे प्रतिबंधित खतरनाक नस्लों के कुत्ते

– मूक दर्शक बना सरकारी सिस्टम
– बड़ी घटना के बाद कुछ दिन चलता है निगम की कार्यवाही का अभियान
पहाड़ का सच देहरादून।
देहरादून शहर के लोग अपनी शान और स्टेट्स सिंबल बनाने के लिए प्रतिबंधित खतरनाक नस्लों के कुत्ते पाल रहे हैं। इन आक्रामक कुत्तों से आम राहगीरों और पड़ोसियों के लिए खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल में ही एक बुजुर्ग महिला को कुत्तों ने बुरी तरह से नोंच डाला। जिसके बाद अब नगर निगम की नींद टूटी है।
पिटबुल डॉग ने युवक पर किया हमला, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
बताते चलें कि भारत सरकार ने 23 खतरनाक नस्लों के कुत्तों को पालने पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन इसके बावजूद देहरादून के लोग अपने घरों में इन कुत्तों को पाल रहे हैं। जिसका ताजा नतीजा एक बुजुर्ग महिला पर दो पालतू रॉटविलर ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जो आज अस्पताल में मौत और जिंदगी के बीच में झूल रही है। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग महिला के 100 से ज्यादा टांकें लग चुके हैं। हाथों पर प्लेट लगाई गई है। आज कई घंटों के ऑपरेशन के बाद बुजुर्ग महिला को आईसीयू में भर्ती किया गया है।
वैसे तो देशभर में कुत्तों के हमले को देखते हुए केंद्र सरकार ने मार्च 2024 में पिटबुल समेत 23 खतरनाक नस्लों के प्रजनन और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। पर देहरादून में यह प्रतिबंध कागज तक ही सीमित नजर आ रहा है। वहीं, अब दून नगर निगम का कहना है कि इस तरह की नस्लें रखने वालों कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लोग अपनी शान और स्टेट्स सिंबल के नाम पर पिटबुल, रोटविलर, डाबरमैन और बॉक्सर जैसी विदेशी खतरनाक नस्ल के कुत्तों को पाल रहे हैं, जो आम राहगीरों और पड़ोसियों के लिए खतरा बनता जा रहे हैं।
वहीं देहरादून की नगर आयुक्त नमामि बंसल का कहना है कि नगर निगम की ओर से लगातार अभियान चलाया जाता है। जब शिकायत मिलती है तो उस पर कार्रवाई की जाती है। जिस प्रकार की यह घटना सामने आई है, उसमें भी निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की 23 नस्लें भारत सरकार के निर्देश अनुसार प्रतिबंधित किया गया है। इस संबंध में नगर निगम की ओर से सघन अभियान चलाया जाएगा।
