
पहाड़ का सच, देहरादून।
बेटी और नातिन के साथ पलटन बाजार खरीदनी पहुंची 63 वर्षीय बुजुर्ग महिला की पेड़ गिरने से मौत हो गई। खरीदारी के बाद महिला तहसील चौक स्थित पार्किंग की ओर लौट रही थीं, तभी अचानक आए तेज अंधड़ के बीच एक विशाल पेड़ उनके ऊपर आ गिरा।

राजधानी में बीते 24 घंटों के भीतर पेड़ गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। शुक्रवार को एफआरआई परिसर में एक सूखा पेड़ ऑटो चालक पर गिरा, जबकि शनिवार को पलटन बाजार में एक महिला पेड़ के नीचे दब गई। जिसमें रेखा गंभीर रूप से घायल हो गईं। वहीं, उनकी बेटी आकृति जो कुछ कदम आगे चल रही थी, बाल-बाल बच गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से पेड़ हटाया गया और रेखा को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। राहत की बात यह रही कि आकृति और उनकी गोद में मौजूद बच्ची सुरक्षित हैं।
इससे ठीक एक दिन पहले शुक्रवार को एफआरआई परिसर में वसंत विहार निवासी ऑटो चालक अनिल कुमार (उम्र 38) अपनी दवाई लेने अस्पताल पहुंचा था। डॉक्टर के कहने पर वह अपने ऑटो में इंतजार कर रहा था। तभी अचानक एक सूखा पेड़ ऑटो पर गिर पड़ा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। लोगों ने उसे दून अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
दोनों मामलों में यह सामने आया कि पेड़ पुराने, जर्जर और लंबे समय से सूखे थे, जिनके कटान या छंटाई को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर भर में ऐसे दर्जनों पेड़ हैं जो जान जोखिम में डाल रहे हैं, लेकिन नगर निगम, वन विभाग और अन्य जिम्मेदार एजेंसियां आंख मूंदे बैठी हैं।
