
सिर्फ इतिश्री लूटने से नहीं चलेगा काम, बेसिक पुलिसिंग के सकारात्मक परिणाम धरातल पर दिखने चाहिए
. महिला सम्बन्धी अपराधों में लापरवाही बरती तो थानेदार व विवेचक पर होगी कार्रवाई
.पीडिताओं को मुआवजा दिलाने ने सहयोग करे पुलिस,phq के निर्देशों की अवहेलना हुई तो नपेंगे सीओ
.काशीपुर में मालखाना मोहर्रिर के विरुद्ध जांच के आदेश
सभी जवानों को टीम भावना के साथ जनसेवा को सर्वोपरि रखते हुए कार्य करने लिये किया प्रेरित
.साइबर अपराध की रोकथाम के लिये सभी थानों में जवानों को आधुनिक टेक्नोलॉजी से प्रशिक्षित किया जायेगा
पहाड़ का सच काशीपुर(उधम सिंह नगर)।
पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने कहा कि थाना प्रभारी खुद को बड़ा बाबू न समझें। नियमित रूप से गस्त, पिकेट, पैट्रोलिंग चैकिंग पर भी निकलें। उन्होंने जिलास्तर के अफसरों के साथ क्षेत्राधिकारियों को ताकीद किया कि किसी भी किस्म की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गुरुवार को आइजी श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल जनपद ऊधमसिंहनगर के सर्किल काशीपुर ( काशीपुर, बाजपुर ,जसपुर, गदरपुर, केलाखेडा, दिनेशपुर) पहुंची, जहां एसएसपी मणिकान्त मिश्रा, एसपी क्राईम सुश्री निहारिका तोमर, एसपी रुद्रपुर उत्तम सिंह नेगी, एसपी काशीपुर अभय सिंह, सीओ काशीपुर दीपक कुमार व सीओ बाजपुर वैभव सैनी तथा काशीपुर सर्किल के समस्त थाना प्रभारियों के साथ अपराधों की गहन समीक्षा की गयी।
अपराध समीक्षा:
* बेसिक पुलिसिंग व थाना क्षेत्रान्तर्गत पुलिस की मौजूदगी के लिए रेंज स्तर पर अभियान चलाया गया है जिसमें रात्रि/सांयकालीन गस्त, पिकेट, पैट्रोलिंग चैकिंग के लिए निर्देशित किया गया है। विगत डेढ माह में देखने को आया कि चैकिंग के नाम पर थाना प्रभारियों द्वारा सिर्फ इतिश्री ली जा रही है। कोई सकारात्मक परिमाण देखने को नहीं मिल रहे हैं। समस्त थाना प्रभारियों को हिदायत दी गई है कि वो खुद को बडा बाबू न समझें, वो भी थाने से बाहर निकलें , चैकिंग के सम्बन्ध में झूठी रिपोर्ट न भेजें। यदि भविष्य में स्पेशल टीम को चैकिंग के सम्बन्ध में कोई झूठी सूचना मिली तो सम्बन्धित थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी ।
समस्त थानों में दर्ज अपराधों, अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही एवं अपराधों के निस्तारण/ लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा कर उनका शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया।
* विवेचना में लापरवाही बरतने पर थाना काशीपुर के 1, थाना आईटीआई के -02 व थाना गदरपुर के 01 द्वारा विवेचनाओं का समय से निस्तारण न करने व लापरवाही बरतने तथा थाना आईटीआई में मालखाना मोहर्रिर द्वारा सही से मालों का अभिलेखीकरण न किये जाने के सम्बन्ध में जॉच के आदेश दिये गये।
समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि जो अभियुक्त विदेश में है उसकी गिरफ्तारी के लिए एमलेट की एसओपी का गनहता से अध्ययन कर सम्बन्धित प्रकरणों का प्रस्ताव तैयार कर एक सप्ताह में सीबीसीआईडी को प्रेषित करें , पुलिस अधीक्षक काशीपुर अपने निकट पर्यवेक्षण में प्रस्ताव तैयार करायेंगे ।
.महिला सम्बन्धी अभियोगों में पीडिता मुआवजा दिलाने के
लिए पुलिस सहयोग करे। वरिष्ठ पुलिस को निर्देशित किया कि आपके जनपद के किसी भी थाने में अभियोग पंजीकृत होते ही पीडिता व उनके परिजनों को अवगत कर पुलिस नियमानुसार सम्बन्धित न्यायालय को अपनी रिपोर्ट भेजें, पीडिता को न्याय दिलाना पुलिस का कर्तव्य है ,सभी थाना प्रभारी यह सुनिश्चित कर लें कि महिला सम्बन्धी अभियोगों में मुआवजे के लिए रिपोर्ट भेज दी गयी है, जिसकी सूचना आईजी को प्रेषित की जाये ।
* नाबालिगों/महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए वैधानिक कार्यवाही की जाये जिन अभियोगों में आरोप पत्र न्यायालय को प्रेषित किये जा चुके हैं उन अभियोगों की केस ऑफिर स्कीम के तहत प्रभावी पैरवी करते हुए पीडिता व उसके परिजनो को जस्टिस डिलवरी सिस्टम के तहत त्वरित न्याय दिलाया जाये ।
* क्षेत्राधिकारियों को निर्देशत किया कि आरोप पत्र/ अन्तिम रिपोर्ट न्यायालय प्रेषित करने से पूर्व उसका भली भॉति गहता से अवलोकन किया जाये, यह सुनिश्चित किया जाये कि अभियोग से सम्बन्धि समस्त अभियुक्त है या नहीं अभियुक्त कहीं और भी वॉछित तो नहीं ।
* सभी थाना प्रभारियों को लम्बित ऑनलाईन/आँफलाईन शिकायतों का निस्तारण, लम्बित माल मुकदमाती के निस्तारण, समन/नोटिस व वारंटों की शत प्रतिशत तामीली करने के लिये निर्देशित किया गया।
.नशा तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिये नशे के विरुद्ध व्यापक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है।सभी थाना प्रभारियों को नशा तस्करी करने वाले अभियुक्तों के विरुद्ध गुणवत्तापूर्ण विवेचनात्मक कार्यवाही कर उनको कठोर सजा दिलाने के लिये निर्देशित किया गया। साथ ही नशा तस्करों की सम्पत्ति की जांच करने और नशा बेचकर अर्जित की गयी सम्पत्ति पायी जाने पर सीजर की कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया।
.पर्यटन सीजन के दृष्टिगत यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने व पर्यटकों के साथ शालीनतापूर्वक व्यवहार करने के निर्देश दिये गये ।सड़क दुर्घटनाओं में लगाम लगाने हेतु सभी थानाध्यक्षों/प्रभारी यातायात को ओवरलोडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने वालों, रैश ड्राईविंग, यातायात नियमों का उल्लघंन करने वालो के विरुद्ध कार्यवाही करने के कड़े निर्देश दिये गये।
.साइबर अपराध की रोकथाम के लिये सभी थानों में जवानों को आधुनिक टेक्नोलॉजी से प्रशिक्षित किया जायेगा।समस्त बीट कर्मियों को लगातार अपने-अपने बीटों पर भ्रमण कर आपराधिक व अराजक तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
* रेंज स्तर से समय- चलाये जा रहे अभियानों का शत प्रतिशत पालन हो वर्तमान समय में सत्यापन अभियान को प्रमुखता से लेते हुए कृत कार्यवाही से निर्धारित समयानुसार अनुपालन किया जाये। सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि बाहरी व्यक्तियों (किरायेदार, नौकर, होटलों में कार्य करने वाले कर्मचारियो, फड/रेडी, फेरी लगाने वाले आदि ) के सत्यापन हेतु 15 दिवस का सघन अभियान चलाया जाये,जो बाहरी व्यक्ति आनाधिकृत / अवैध रुप से रहकर सरकार की योजनाओं का लाभ ले रहे है उनके पहचान पत्र , आधारकार्ड व उनके मूल स्थान से सम्बन्धित थाने का प्रारुपानुसार सत्यापन प्रमाण पत्र की जांच की जाये यदि कोई व्यक्ति अवैध रुप से रह रहा है तो सम्बन्धित विभाग से समन्यव स्थापित कर उसके विरुध यथोचित वैधानिक कार्यवाही की जाये
. काशीपुर सर्किल अन्तर राज्यीय सीमाओं (उत्तर-प्रदेश) से लगा हुआ है जिसमें कई बार अपराधी अपराध करने के फसस्वरुप उत्तराखण्ड आता है या उत्तराखण्ड से उत्तर प्रदेश जाता है इसलिए सीमावर्ती गैर राज्यीय जनपदों की पुलिस से बेहतर ताल -मेल रखा जाये जिससे इस प्रकार के अपराधियों के विरुध कार्यावाही करने में मदद मिले।
* आपरेशन सिंदूर के क्रम में गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार पुलिस की मौजूदगी अधिक से अधिक बढायें,यदि कोई आपातकालीन स्थिति से निपटने हेतु पुलिस, एसडीआर, एनडीआरएफ सिविल सोसाइटी एनसीसी, एनएसएस व स्काउड एण्ड गाइड के साथ मिलकर मॉक ड्रिल करायी जाये ,जिससे कार्यवाही हेतु रिस्पांस टाइम का पता लगाया जा सके साथ ही साथ और क्या- क्या सुधार किये जा सकते है ।
.एसडीआरएफ, फायर, पुलिस टेलीकॉम को संयुक्त रुप से थानों के साथ समन्वय स्थापित कर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिये गये।
* थाना आईटीआई निरीक्षण:
* अपराध समीक्षा के पश्चात आईजी ने थाना आईटीआई का निरीक्षण किया। इस दौरान आईजी द्वारा थाना आईटीआई के कार्यालय,महिला डेस्क, सीसीटीएनएस,कर्मचारी भोजनालय,मालखाना,हवालात व थाना परिसर का निरीक्षण किया गया।
• थाना क्षेत्र में लगायी जाने वाली ड्यूटियों व नियतन के बारे में जानकारी ली गई। संवेदनशील स्थानों पर गश्त,पिकेट,चीता मोबाइल ड्यूटियों को अलर्ट रखने के निर्देश दिये गये। महिला डेस्क को चेक कर प्रभारी और डेस्क ड्यूटी में नियुक्त महिला कार्मिकों के बारे में जानकारी ली गई और निर्देशित किया गया कि थाने पर आने वाली महिला फरयादियों के साथ शालीन व्यवहार करें और उनके साथ हुए उत्पीड़न को भली-भाँति सुनकर त्वरित कार्यवाही करें।
• सीसीटीएनएस कार्यालय को चेक कर सीसीटीएनएस में किये जाने वालें कार्यों के बारे जानकारी ली गई और ऑनलाइन जीडी,पोर्टल,आईआईएफ फॉर्म्स अपडेट रखने के निर्देश दिये गयें। जनसेवी और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली बीट पुलिसिंग करने के निर्देश दिये गयें।
थाना आईटीआई में प्रचलित निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण
आईटीआई थाने में प्रचलित निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्माण कार्यों की गुणवत्ता अच्छी रखने और समय से कार्य पूरा करने के लिये निर्देशित किया गया और एसएसपी ऊधमसिंहन नगर मणिकान्त मिश्रा को निर्माण कार्यों का समय-समय पर निरीक्षण करने के लिये निर्देशित किया गया।
आईजी ने कहा कि वर्तमान में पुलिस आधुनिकीकरण के तहत प्रदेश में कई कार्य प्रचलित हैं जिसमें पुलिस के भवनों/कार्यालयों का निर्माण/अपग्रेडेशन की कार्यवाही भी की जा रही है। जिसका उद्देश्य हैं कि पुलिस बल के रहने के लिये अच्छे एवं सुविधायुक्त आवास एवं कार्यालय मुहैया कराया जा सके।
