
– ऑपरेशन सिंदूर के तहत की जाने वाली मॉक ड्रिल का उदेश्य, अफवाहें न फैलायें और ना ही अफवाहों पर ध्यान दें, सरकारी निर्देशो का पालन करें,किसी प्रकार का तनाव (Panic) न करें
पहाड़ का सच नैनीताल। पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने कहा कि मार्क ड्रिल का मकसद आपात स्थिति में खुद को बचाने व दूसरों की मदद के लिए प्रशिक्षण देना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें।
बुधवार को होने वाली मॉक ड्रिल के संबंध में गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गयी गाइड लाइन के अनुसार मुख्यमंत्री एवं उत्तराखण्ड शासन द्वारा प्रदत निर्देशों के क्रम में आईजी ने समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने जनपदों के थाना क्षेत्रातान्तर्ग लोगों को जागरुक करते हुए उनको मॉक ड्रिल के उद्देश्यों के बारे में जानकरी दें, कि उनको इस अभ्यास को लेकर किसी प्रकार का तनाव ( panic ) लेने की आवश्यकता नहीं है।
इस अभ्यास का उदेश्य लोगों को आपात स्थिति में खुद को बचाने और दूसरों की मदद के लिए प्रशिक्षण देना है, यह आपदा प्रबन्धन की समझ को बढावा देता है और नागरिकों को आपातकालीन स्थिति में सुरक्षित रखने में मदद करता है। इसमें किसी प्रकार की प्राकृतिक आपदा भी हो सकती है। इस मॉक ड्रिल से जनता को घबराने की बिल्कुल भी कोई आवश्यकता नहीं है, यह पूर्व निर्धारित और योजनावद्ध अभ्यास है ।
इस मॉक ड्रिल का यह भी उद्देश्य है कि आपातकालीन स्थिति में अर्धसैनिक बलों, पुलिस बलों ,सिविल सोसाइटी ( NCC,NSS, Scout and Guide )कितने सक्रिय (एक्टिव) हैं, उनका रिस्पांस टाइम कितना है, आपातकालीन स्थिति में किस प्रकार कार्यवाही करेंगे ।
इस सम्बन्द्द में पुनः आईजी द्वारा अवगत कराया गया कि अन्य सम्बन्धित विभागों ( चिकित्सा, अग्निशमन, आपदा आदि) से समन्वय स्थापितकर यह एक पूर्वनियोजित अभ्यास किया जा रहा है इससे किसी को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया कि सभी अपने-अपने जनपदों में सोशल मीडिया के माध्यम से इसका व्यापक प्रचार प्रसार कराएं।
